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Corona के खौफ के बीच चौहार घाटी में निजी भूमि पर उगाई अफीम की खेती पकड़ी
Last Updated on April 19, 2020 by Vishal Rana
मंडी। कोरोना के खौफ के बीच चौहार घाटी के दुर्गम गांवों में निजी भूमि में फल-फूल रही अफीम की खेती पर पुलिस व प्रशासन( Police and Administration)ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पधर पुलिस ने अफीम खेती के पांच मामले पकड़े। इन पांच मामलों में पुलिस ने 17 हजार अफीम के पौधे( Poppy plant) बरामद किए है। पांचों मामलों में एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। जिलाभर में पुलिस की लगातार कार्रवाई से नशा माफिया में हड़कंप मचा हुआ है।
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मिली जानकारी के अनुसार बीते शनिवार को पुलिस टीम व राजस्व विभाग के कर्मचारी संयुक्त गश्त पर थे। इस बीच इलाका कथोग के काशला गांव में चार लोगों की निजी भूमि में अफीम खेती पाई गई। इन चार मामलों में टीम ने मौके से 14358 अफीम पौधे बरामद किए। वहीं, बीते रोज ही एसडीएम की अध्यक्षता में इलाका ग्वाली में लोगों को कोरोना वायरस को लेकर जागरूक करने पहुंची टीम को बधाला गांव में अफीम खेती मिली। टीम ने प्राइमरी स्कूल बधाला के पास तीने खेतों में अफीम के 2648 पौधे बरामद किए। सभी पांचों मामलों में टीम ने अफीम पौधों को नष्ट कर निजी भूमि मालिकों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। इस संबंध में डीएसपी पधर मदनकांत ने बताया कि चौहार घाटी के काशला में चार व ग्वाली इलाके में एक अफीम खेती का मामला पाया गया हैं। सभी पांचों मामलों में नियमानुसार कार्रवाई अमल पर लाई गई है। उन्होंने बताया कि भविष्य में भी नशे के विरूद्ध पुलिस की कार्रवाई अमल पर लाई जाएगी ।बता दें कि मंडी जिला में लगातार अफीम खेती के खिलाफ पुलिस व राजस्व विभाग की टीम कार्रवाई कर रही है। हाल ही में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक अफीम खेती के मामले पुलिस दर्ज कर चुकी है। जबकि कार्रवाई जारी है।