-
Advertisement
फर्जी डिग्री मामले में भारद्वाज और Mukesh आमने-सामने, कहीं यह बात
Last Updated on February 27, 2020 by Deepak
लेखराज धरटा/शिमला। हिमाचल में फर्जी डिग्री (Fake Degree) के मामले में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj) और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) आमने-सामने आते दिख रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने स्कॉलरशिप घोटाले के साथ ही फर्जी डिग्री मामले की जांच करवाने की मांग सरकार से की है। वहीं, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि मामले की जांच को डीजीपी को कहा गया है। पुलिस (Police) जांच कर रही है। अभी पुलिस को ही मामले में साक्ष्य नहीं मिले हैं तो कैसे जांच सीबीआई (CBI) को सौंपी जाए।
क्या बोले शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज
विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि स्कॉलरशिप घोटाला कांग्रेस के कार्यकाल का है। जब बीजेपी की सरकार सत्ता में आई तो इसे हमने उजागर किया और मामले की जांच को सीबीआई को भेजा। इस मामले में बैंक व बाहर के संस्थान भी शामिल हैं, ऐसे में प्रदेश पुलिस मामले की जांच नहीं कर सकती थी। तो मामला सीबीआई को सौंपा गया। फर्जी डिग्री मामले में उन्होंने कहा कि यूजीसी से पत्र आया है।
यह भी पढ़ें: Budget Session : विधानसभा में गूंजा फर्जी डिग्री बांटने का मामला, Education Minister ने दिया जवाब
देश में 18 यूनिवर्सिटी में दो निजी विश्वविद्यालय हिमाचल के भी हैं। सरकार ने रेगुलेटरी कमीशन को लेटर भेजा और मामले की जांच के लिए कहा है। यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड की भी जांच हो रही है। वहीं, मामले की जांच के लिए डीजीपी को भी पत्र लिखा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। रही बात सीबीआई के पास मामला भेजने की बात तो अगर पुलिस मामले की जांच में सक्षम ना हो तब ही मामला सीबीआई को भेजा जाता है। पुलिस जांच कर रही है।
यह कहना है मुकेश अग्निहोत्री का
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि फर्जी डिग्री मामला चिंता का विषय है। यह हिमाचल के उन युवाओं की प्रतिष्ठता का सवाल है, जिन्होंने सही तरीके से डिग्री हासिल की है। अगर यह युवा बाहर किसी नौकरी के लिए एप्लाई करेंगे तो यह सवाल उठेगा कि हिमाचल में तो फर्जी डिग्री बिकती हैं। उन्होंने कहा कि मामले की सरकार सही तरीके से पड़ताल करवाए। जो संस्थान स्कॉलरशिप घोटाले में शामिल हैं वह ही यह फर्जी डिग्री का गौरखधंधा कर रहे हैं। इसलिए इस मामले को भी सीबीआई को दे देना चाहिए। दोनों ही मामलों की एक साथ जांच हो सके।