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गुवाहाटी। केंद्र सरकार के प्रस्तावित नागरिकता (संशोधन) बिल 2016 के विरोध में 12 घंटे के असम बंद में जगह-जगह आगजनी और ट्रेनों की आवाजाही को रोकने की कोशिश की गई। बंद का ऐलान कृष्ण मुक्ति संग्राम समिति (KMSS) और असम जतियातावादी युवा छात्र परिषद (AJYCP) ने किया है।
पुलिस ने बाद में ट्रेन रोकने की कोशिश करने वाले प्रदर्शनकारियों को हटाया। प्रदर्शनकारियों ने राज्य के विभिन्न स्थानों पर सड़कों पर टायर जलाए। सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों को पुलिस की सुरक्षा दी गई है, ताकि बंद के दौरान यातायात सुविधा सामान्य रह सके।
कांग्रेस और एआईयूडीएफ ने बंद को अपना समर्थन दिया है। राज्य की बीजेपी सरकार ने सभी जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षकों से बंद के दौरान सार्वजनिक उपयोग की सेवाओं की बहाली सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। संबंधित जिला उपायुक्तों ने सभी सरकारी अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि वह अपनी ड्यूटी में मौजूद रहें। आदेश में यह भी कहा गया कि बंद के दौरान दुकानें, कारोबारी प्रतिष्ठान, शैक्षणिक संस्थान खुले रहने चाहिए और सार्वजनिक यातायात सुविधा भी सामन्य तरीके से काम करे।
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