- Advertisement -
जोगिंदरनगर। उपमंडल पधर के ग्राम पंचायत जिल्हन के लखवाण गांव में एक साथ दो भाइयों की अर्थी उठी। ये सब देख पूरे जिल्हन पंचायत सहित घटासनी, गुम्मा, कधार, उरला, लखवाण गांव में मातम पसर गया। किसी भी घर चूल्हा नहीं जला। दोनों की रविवार को सड़क हादसे में मौत हुई। लखवाण निवासी महंगरी देवी के चार बेटों में नंद लाल, दीप चंद, भादर सिंह, ज्ञान चंद है जिनमें भादर सिंह और ज्ञान चंद की सड़क हादसे में मौत हो गई । भादर सिंह 39 वर्ष की पोस्टिंग आजकल झांसी में थी । भादर सिंह दो दिन पहले ही एक महीने की छुट्टी लेकर आया था । भादर सिंह भारतीय सेना में स्पेशल टास्क फोर्स में तैनात थे। पालमपुर योल कैंप से आए सेना के जवानों ने तिरंगा झंडे में लपेट कर सैनिक को विदाई दी, उस समय सभी के आँखों से आँसू निकल रहे थे । वहीं, मां मंहगरी देवी का कहना था कि कहां गए मेरे कायलु और जानू दोनों की मृत्यु का जैसे ही मां को पता चला तो मां बिलख-बिलख कर रोने लगी और जोर जोर से आवाज लगाने लगी की मेरे कायलु और जानू कहां चले गए। उधर कायलु फौजी उर्फ भादर सिंह की पत्नी रीना पहले तो विश्वास ही नहीं कर रही थी, लेकिन जैसे ही रीना देवी को इस बारे में पता चला तो वह बेहोश होकर गिर गई।
- Advertisement -