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पदयात्रा के साथ शवयात्रा
Last Updated on November 15, 2021 by Vishal Rana
शिमला जातिगत आरक्षण के खिलाफ व सवर्ण आयोग के गठन की मांग को लेकर क्षत्रिय संगठनों ने आज से पद यात्रा शुरु की। साथ ही एट्रोसिटी एक्ट की शव यात्रा भी निकाली गई। हिमाचल प्रदेश में सवर्ण आयोग के गठन की मांग को लेकर देवभूमि क्षत्रिय संगठन लंबे समय से संघर्ष कर रहा है। सरकार से मिले आश्वासन पूरे ना होने पर संगठन ने फिर से हल्ला बोल दिया है। जातिगत आरक्षण के खिलाफ सवर्ण समाज ने आज हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरक्षण की शव यात्रा निकाली। यह यात्रा 800 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा है, जिसका नाम सवर्ण समाज अधिकार पदयात्रा दिया गया है। इस यात्रा के तहत जातिगत आरक्षण, एट्रोसिटी एससी एसटी एक्ट और अन्य सवर्ण समाज विरोधी नीतियों की शव यात्रा भी निकाली गई है, जो पांच राज्यों में जाएगी। ये पद यात्रा हरिद्वार पहुंचने के बाद यमुनानगर, चंडीगढ़, ऊना से होते हुए करीब 800 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद दस दिसंबर को धर्मशाला पहुंचने पर खत्म होगी।