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मंदिर की छत पर आए गूर, जयकारों से गूंजा गिरिपार
Last Updated on September 8, 2022 by Neha Raina
गिरिपार क्षेत्र का हाटी समुदाय बड़ी श्रद्धा व आस्था के साथ देव परम्पराओ का निर्वाह करता है। क्षेत्र में चाहे धार्मिक अनुष्ठान हो या किसी त्योहार का आयोजन, हाटी समुदाय हर प्रकार के त्योहारों को अपनी संस्कृति व परंपरा के मुताबिक ही मनाते है। गुरुवार को हाटी संस्कृति व परंपरा की एक ऐसी ही मिसाल नोहराधार क्षेत्र के बांदल में देखने को मिली। गांव में पांच वर्षों के बाद विजट महाराज के मंदिर में शांद पर्व का आयोजन किया गया। हालांकि गांव में हर तीन वर्षो बाद इस धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन होता था मगर कोरोना महामारी के चलते इस बार यह अनुष्ठान गांव में पांच वर्षो बाद आयोजित किया गया। क्षेत्र की करीब 10 से 12 पंचायतों के सैंकड़ों लोगों ने अनुष्ठान में भाग लेकर अपने आराध्य विजट महाराज का आशीर्वाद लिया। इस पर्व में विजट महाराज के जयकारों से समूचा क्षेत्र भक्तिमय हो गया। मंत्रोच्चारण व विजट महाराज के जयकारों के साथ वर्षों से चली आ रहा यह पर्व मनाया गया व विधि-विधान के साथ यह तीन दिवसीय पर्व संपन्न हुआ, वहीं पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन पर सैकड़ों लोगों ने विजट महाराज का गुणगान करते यह रस्म पूरी की। जब देवता के गूर मंदिर की छत पर आए, तो पारंपरिक धुन व लिंबर लगाकर उनका स्वागत किया गया तथा देवता ने अभी श्रद्धालुओं को सुख समृद्धि का आशीर्वाद दिया।