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हवा से बातें करने लगा धर्मशाला 500 रूपए में यूं सीधे चढ़ेंगे चढ़ाई
हिमाचल प्रदेश में शिमला, मनाली व धर्मशाला ऐसे स्थल हैं… यहां पर साल भर लोग घूमने आते हैं। तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा का निवास होने के कारण धर्मशाला विश्व मानचित्र में जाना जाता था,,,,, उसके बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के कारण विश्व ख्याति मिली। धर्मशाला व मैक्लोडगंज का नाम विश्व के पर्यटकों तक पहुंचा और पर्यटकों ने यहां दस्तक देने शुरू की। अब एक नया अध्याय इसके साथ जुड़ गया है। अब धर्मशाला से मात्र 5 मिनट में हवा में मैक्लोडगंज तक सफर किया जा सकेगा वो भी बिना जाम में फंसे। तो सुनिए आज से रोमांच का ये सफर शुरू हो गया है और धर्मशाला के विकास के अध्याय में एक और नाम जुड़ गया है। धर्मशाला से मैक्लोडगंज तक बने रोपवे का लोकार्पण सीएम जयराम ने किया। इटली की कंपनी का रोपवे एक ट्रॉली में आठ लोगों को धर्मशाला से मैक्लोडगंज पहुंचाएगा। रोपवे में 18 ट्रॉलियां स्थापित की गई हैं। एक घंटे में करीब 800 लोग सफर का आनंद ले सकते हैं। यह रोपवे देश का पहला आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से से लेस है। बिना गियर वाले इस रोपवे का सफर बेहद ही सुरक्षित है। इससे समय के साथ बिजली की भी बचत होगी। रोपवे में सफर करने वाले लोग हर तरफ से धर्मशाला शहर की खूबसूरती को निहार सकेंगे। रोपवे का आनंद उठाने के लिए पांच सौ रुपये किराया खर्च करना पड़ेगा। एक तरफ का 340 रुपये किराया तय किया गया है, जबकि दोनों तरफ के सफर के लिए पांच सौ रुपये देने होंगे। तीन साल से छोटे बच्चों के लिए टिकट नहीं लेनी पड़ेगी। प्रति एक घंटे एक हजार लोगों को लाने व ले जाने की इसकी क्षमता है। जबकि धर्मशाला से मैक्लोडगंज करीब दस किलोमीटर दूर है।
रोपवे की लंबाई 1751.60 मीटर है। रोपवे में कुल 10 टॉवर हैं। रोपवे के निर्माण के लिए 998 पेड़ों में 498 को काटा गया है, जबकि अन्य 500 पेड़ों को सुरक्षित बचा लिया गया है। लंबे जाम में फंसने की बजाय अब पर्यटक पांच मिनट में धर्मशाला से मैक्लोडगंज पहुंच जाएंगे