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जवाली। देहर खड्ड में डूबे दो य़ुवकों में से एक निखिल गुलेरिया (15) पुत्र डॉ. राजिन्द्र कुमार का शव बरामद हो गया है। मौके पर अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है। बताया जा रहा है कि जहां पर दोनों युवकों के कपड़े मिले थे, निखिल का शव भी वहीं पर ही मिला है। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ बचाव दल के सदस्य भी अभी मौके पर हैं।
इसके साथ ही क्षेत्रीय जल क्रीड़ा पौंग बांध की टीम भी मौजूद है। गौर रहे कि शनिवार को देहर खड्ड में नहाने गए दो लड़के डूब गए थे।खड्ड में डूबे निखिल और ऋशव के तीसरे दोस्त अभिषेक ने बताया कि शनिवार दोपहर करीब 12 बजे ऋशव ने अपना मोटरसाइकिल उसे दिया और ऋशव और निखिल दोनों खड्ड की तरफ चले गए। जब काफी देर तक वह बाहर नहीं आए तो वह और वहां मौजूद उसके अन्य दोस्त उन्हें ढूंढने निकल पड़े, जब वह खड्ड के किनारे पहुंचे तो वहां दोनों के कपड़े थे। मगर दोनों खुद गायब थे। तब उनके डूबने का अंदेशा होते हुए अभिषेक व दूसरे लड़के ने इसकी सूचना उनके घर वालों को दी। तब कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित किया।
ज्वाली। स्थानीय थाना के तहत पड़ती देहर खड्ड जोकि मिनी हरिद्वार के नाम से भी जानी जाती में दो लड़के डूब गए हैं। पुलिस से प्राप्त जानकारी अनुसार निखल गुलेरिया (15) पुत्र डॉ. राजिन्द्र कुमार गांव मावा व रिशव सरोच(14) पुत्र देश राज गांव कैहरियां खड्ड में डूबे हैं। थाना ज्वाली के अतिरिक्त एसएचओ चैन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जैसे ही पुलिस को सूचना मिली पुलिस मौके पर पहुंच गई। उन्होंने बताया कि निखल और रेशव के तीसरे दोस्त अभिषेक ने अपने बयान में बताया कि आज दोपहर करीब 12 बजे रिशव ने अपना मोटरसाइकिल उसे दिया और रिशव और निखल दोनों खड्ड की तरफ चले गए। जब बहुत देर हो गई तो वो दोनों नहीं आए तो अभिषेक वहां पर मौजूद अपने अन्य दोस्त को लेकर उन्हें ढूंढने निकल पडे़, जब वो खड्ड के किनारे पहुंचे तो वहां दोनों के कपडे़ थे, मगर दोनों खुद गायब थे।
तब उनके डूबने का अंदेशा होते हुए अभिषेक व दूसरे लड़के ने इसकी सूचना उनके घर वालों को दी। तब कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित किया। मगर काफी मेहनत के बाद भी दोनों का कोई अता-पता नहीं लगा। कपड़ों से संदेह है कि दोनों पानी में नहाने गए, मगर बाहर नहीं निकले। वहीं, अभिषेक ने पुलिस को बताया कि अकसर वो यहां नहाने आते रहते थे। वहीं, मौके पर एसडीएम ज्वाली मोहनदत्त शर्मा, डीएसपी ज्वाली धर्म चंद वर्मा भी पहुंच गए थे। वहीं, देहर खड्ड में आए दिन ऐसे हादसे होते रहते हैं। मगर आज दिन तक प्रशासन नहीं जागा है। यहां पर कोई चेतावनी बोर्ड लगाया है। बता दें कि बैसाखी के दिन भी इस खड़ में दो लड़के डूब कर मर गए थे, इस घटना को अभी साल भी नहीं हुआ था कि अभी दो और घरों के चिराग बुझ गए। कुछ बुद्धिजीवी लोगों ने इस घटना वाले क्षेत्र में चेतावनी बोर्ड लगाने की मांग की है।
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