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हैरानी : Congress में आपसी दुश्मनी के चलते Party से बाहर हो रहे Worker
Update: Sunday, December 3, 2017 @ 10:03 AM
पार्टी विरोधी आरोप के चलते अब तक 50 से ज्यादा कार्यकर्ता किए जा चुके हैं बाहर
शिमला। विधानसभा चुनाव के लिए भले ही मतदान हो चुका हो, लेकिन पार्टी में राजनीति अभी भी तेज है। मतदान के बाद अब एक दूसरे से स्कोर सैटल करने की कवायद चल रही है। इसमें पार्टी के उम्मीदवार खुलकर ”बालिंग” कर अपने विरोधियों को धड़ाधड़ ”आउट” कर रहे हैं। इससे आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी बढ़ रहा है, क्योंकि कई उम्मीदवार राजनीतिक दुश्मनी निकालकर अपने विरोधियों को बाहर कर रहे हैं, लेकिन जो नेता या कार्यकर्ता राजनीतिक द्वेष के चलते पार्टी से बाहर किए गए हैं, उनके पास अपना पक्ष रखने का विकल्प खुला है। प्रदेश में कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में एक के बाद एक कर 50 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को बाहर निकाला था और इसके बाद कई ब्लॉकों ने भी अपने स्तर पर इस तरह की कार्रवाई शुरू की थी। इससे पार्टी में कई हलकों में भारी असंतोष पैदा हो गया था। इससे मामला प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के पास पहुंचा और पार्टी से बाहर किए जाने को लेकर हो रहे फैसलों पर नाराजगी जताई थी। बताते हैं कि कुछ हलकों से इस तरह के मामले सामने आए कि पार्टी के भीतर अपने विरोधियों को पार्टी से बाहर किया जाने लगे।
ब्लॉक या जिला इकाई अपने स्तर पर न करें निष्कासन
इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने स्पष्ट कहा कि पार्टी के ब्लॉक या जिला इकाइयां अपने स्तर पर किसी प्रकार का निष्कासन न करें। यदि किसी ने अनुशासनहीनता की है तो उनके मामले प्रदेश इकाई को भेजें और वह तथ्यों की पड़ताल करने के बाद इस पर आगे फैसला लेगी। उन्होंने सभी से 18 दिसंबर तक शांत रहने को भी कहा था, लेकिन ब्लॉकों में अभी भी बाहर किए जाने का क्रम जारी है और अब वे सीधे निकालने के बजाय अनुशंसा कर रहे हैं। प्रदेश में कई हलकों में पार्टी के उम्मीदवारों ने पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ताओं को चुनाव में खिलाफ करने के आरोप में बाहर किया था। बताते हैं कि ऐसा नहीं है कि निष्कासन के सारे मामले गलत हैं। अधिकतर मामलों में सही कार्रवाई हुई है, लेकिन कौन सा मामला सही है और कौन सा गलत, इसका फैसला अब अनुशासन समिति ही करेगी। ऐसे में पार्टी से निष्कासित किए गए नेताओं के पास अपनी पैरवी या अपील करने का विकल्प खुला है। उधर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता संजय चौहान ने संपर्क करने पर बताया कि चुनाव में जिन नेताओं और कार्यकर्ताओं को पार्टी विरोधी गतिविधि के आरोप में निष्कासित किया है, वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पास तथ्यों सहित अपनी बात रख सकते हैं। उनका कहना था कि ऐसे मामलों को अनुशासन समिति देखेगी और वह अपनी सिफारिशों को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को भेजेगी।