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सोलन। हाल ही में एक आतंकी प्रदेश के पर्यटक स्थलों की रैकी कर गया, जिसका प्रदेश के खुफिया तंत्र को अंदाजा तक नहीं हुआ। अब प्रदेश में गर्म कपड़ों की फेरी लगाने वाले घूम रहे हैं। यह कौन है और इनका नाम पता क्या है, यह सब गुमनाम है। सुरक्षा को ताक पर रख कुछ कश्मीरी लोग प्रदेश के कई हिस्सों में घूम रहे हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन की इन पर कोई सख्ती नहीं है।
बहरहाल, सोलन के साथ लगते अर्की क्षेत्र में बाहरी राज्यों से आकर कुछ फेरी वाले गर्म कंबल, रजाई और ऊनी वस्त्रों की आड़ में गांव-गांव, घर-घर घूम रहे हैं। इनके पास बेचने के सामान का न तो कोई बिल होता है और न ही इनका किसी पंचायत व पुलिस थाना-चौकी में पहचान से संबंधित कोई दस्तावेज। जब इनसे इनके दस्तावेज पूछे जाते है तो ये जाली दस्तावेज दिखा कर स्थानीय होने का दावा करते हैं तथा यदि किसी के पास कोई दस्तावेज होते भी हैं तो उनकी अवधि पूरी तरह से खत्म हो चुकी होती है।
गौर रहे कि आजकल जहां कहीं भी ये लोग सड़कों के किनारे खड़े होकर झुरमुट में कंबल, गाड़ी के सीट कवर बेचते हुए मिल जाते हैं। कई बार तो ये लोग महिलाओं और लड़कियों को देखकर फब्तियां तक कसने से पीछे नहीं हटते। जब इसका कोई विरोध करे तो वह उसके साथ गाली-गलौज करने से भी परहेज नहीं करते। क्षेत्र के लोगों राजन, रजत, विनोद, हरीश, नीतीन, पदम, सतपाल आदि लोगों ने पुलिस को जल्द से उचित कार्रवाई की गुहार लगाई है। गौर रहे कि आजकल फेरी वाले अर्की, शालाघाट, दाड़लाघाट, भराड़ीघाट के साथ लगते नेशनल हाइवे में देखे जा सकते हैं। उधर, डीएसपी दाड़लाघाट योगेश रोल्टा का कहना है कि वैसे हम जनता को समय-समय पर जागरूक करते रहते हैं और उन्हें हर प्रकार की ठगी से बचने के संदेश देते रहते हैं। गश्त के दौरान कोई भी शख्स हमें बिना पंजीकरण के मिलता है तो हम पुलिस स्टेशन में बुला उनकी पूरी जानकारी आधारकार्ड-फोटो लेकर पूरा बायोडाटा नोट कर वेरिफाई करते हैं तथा उन्होंने लोगों से आह्वान किया है कि उन्हें किसी व्यक्ति की गतिविधि पर शंका हो तो लोग अपने नजदीकी पुलिस थाना में सूचित करें।
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