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17-वर्षीय लड़के ने की पिता की हत्या, सबूत मिटाने के लिए 100 बार देखा ‘Crime Patrol’
Last Updated on October 29, 2020 by
मथुरा। उत्तर प्रदेश स्थित मथुरा (Mathura) से एक बड़ा ही दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक नाबालिग बेटे ने अपने ही पिता की हत्या (Murder) करने के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए वीभत्सता की हदें पार कर दीं। 5 महीने बाद राज खुला तो लोगों के होश उड़ गए। बताया गया कि 17-वर्षीय लड़के ने पिता की हत्या के बाद सबूत मिटाना सीखने के लिए 100 से अधिक बार ‘क्राइम पेट्रोल’ (Crime Patrol) देखा। पिता की डांट से गुस्सा लड़के ने मई में उसकी हत्या कर शव की पहचान मिटाने के लिए उसे पेट्रोल और टॉयलेट क्लीनर डालकर जला दिया था। लड़के को बुधवार को गिरफ्तार किया गया।
यहां विस्तार से पढ़ें पूरा मामला
घटना 2-3 मई की दरम्यानी रात की है। मनोज मिश्रा नाम के शख्स की उसके नाबालिग बेटे ने हत्या कर दी। हत्या से पहले मनोज मिश्रा ने अपने बेटे और बेटी को डंडे से मारा था। इसी बात से गुस्सा होकर नाबालिग ने अपने पिता के सर पर पूरी ताकत से लोहे की रॉड दे मारी। उसके गिरने के बाद बेटे ने कपड़े से पिता का चेहरा ढककर दोनों हाथों से उसका गला घोंट दिया, ताकि फिंगर प्रिंट्स न आ सकें। इसके बाद शव को छिपाने के लिए बेटे ने मां की मदद ली। देर रात करीब 2-3 बजे मां की मदद से उसने शव को स्कूटी से ले जाकर एक खाली प्लॉट में एसिड और पेट्रोल डालकर जला दिया। घटना को आत्महत्या दिखाने के लिए मृतक पिता की चप्पल,चश्मा, माला और बीड बैग को जले हुए शव के पास ही फेंक दिया गया जबकि लोहे की रॉड को दूर ले जाकर फेंक दिया। इसके अलावा जो भी चीजें इस पूरे कांड में इस्तेमाल हुईं, उन्हें जला दिया गया।
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वहीं, घर से सबूत मिटाने के लिए 100 से ज्यादा बार धारावाहिक क्राइम पेट्रोल देख डाला। उसने कुबूल किया कि पिता की हत्या के बाद सबूत मिटाने का तरीका सीखने के लिए उसने क्राइम पेट्रोल देखा। मनोज की हत्या के बाद इस्कॉन मंदिर के लोगों के दबाव पर 3 मई को मां बेटे ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई, हालांकि, तब तक पुलिस को जली लाश मिल चुकी थी। 12वीं में पढ़ने वाले नाबालिग बेटे से पूछताछ की तो उसके बयानों में बदलाव मिलने के बाद पुलिस को उसपर शक हुआ। पुलिस ने जब लड़के का मोबाइल फोन चेक किया तो पता चला कि उसने घटना के बाद से क्राइम पेट्रोल के एपिसोड 100 से ज्यादा बार देखे हैं। कड़ाई से पूछताछ के बाद बेटे ने हत्या की बात कबूल कर ली। इस तरह हत्या के 5 महीने बाद हत्यारे का पता चल सका।