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शाह की रैली के दौरान दिखाए सीएए विरोधी बैनर; भीड़ ने मारा, मकान मालिक ने निकाला
Last Updated on January 8, 2020 by
नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) रविवार को दिल्ली के लाजपत नगर में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में निकली गई एक रैली में मौजूद रहे। इस दौरान उसी इलाके में रहने वाली दो महिलाओं ने अपने मकान की बालकनी से नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ बैनर (Banner) लहराए। जिसके बाद इन दोनों महिलाओं को उस घर से निकाल दिया गया है। उन दो महिलाओं में से एक ने दावा किया कि इस दौरान भीड़ ने उनके घर के भीतर घुसने की कोशिश की थी।
शाह की रैली के दौरान सीएए का विरोध करने वाली एक महिला ने लिखा कि जब हमें पता चला अमित शाह सीएए के समर्थन में रैली करने वाले हैं। हमने उस दौरान अपने संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकारों को तहत विरोध किया। बतौर आम नागरिक देश के गृह मंत्री के सामने मेरा विरोध दर्ज कराने का ये एक तरीका था। अगर मैं ये नहीं करती तो मैं खुद की चेतना के साथ दगा करती। उन्होंने आगे बताते हुए लिखा कि जब अमित शाह हमारे अपार्टमेंट वाली लाइन से गुजर रहे थे, तो मैंने और मेरी फ्लैटमेट ने अपने घर की बालकनी से सीएए के विरोध वाले बैनर दिखाए। बैनर पर लिखा था ‘शर्म करो’। साथ ही बैनर पर सीएए और एनआरसी पर क्रॉस का निशान, जय हिंद, आजादी, नॉट इन माय नेम ये भी लिखा हुआ था।
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उन्होंने आगे बताया कि हमारे विरोध को देखने के बाद अमित शाह की रैली के सदस्य विरोध करने लगे और चिल्ला-चिल्ला कर हमें धमकी देने लगे। उन्होंने हमें दबाने और हैरेस करने की भी कोशिश की। आपत्तिजनक और महिलाओं पर गंदी टिप्पणी की। हमारे अपार्टमेंट के नीच करीब 150 लोगों की भीड़ जमा हो गई। विरोध में जो बैनर हमने दिखाया था वो फाड़ दिया गया और छीन लिया। पुलिस के पहुंचने तक भीड़ हमारे घर के बाहर हंगामा करती रही। उन्होंने आगे लिखा कि इसके बाद सब शांत हो गया ऐसा नहीं है। हमारा मकान मालिक जो इसी भीड़ का हिस्सा था उनसे हमारी घर की तरफ आने वाला कॉमन रास्ता बंद कर दिया। 3-4 घंटे तक हम घर में बंधक रहे। हमारे मकान मालिक ने हमें बताया कि अब हम इस घर में नहीं रह सकते।