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टाहलीवाल/हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के ऊना (Una) जिला में एक गरीब परिवार पर उस समय दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। जब उनकी 20 साल की बेटी ने फंदा लगाकर आत्महत्या (Suicide) कर ली। गरीब परिवार अभी तक अपने बेटे के मौत के सदमे से बाहर नहीं निकल पाया था कि अब बेटी ने मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि 20 साल की युवती ने मानसिक तनाव के चलते यह खौफनाक कदम उठाया है। मामला हरोली (Haroli) क्षेत्र के अंतर्गत गांव ललड़ी का है। युवती का पिता कपड़े सिलने का काम करता है, जबकि माता एक उद्योग में काम करके परिवार का गुजारा चलाती है। बताया जा रहा है कि कुछ अर्सा पहले युवती के भाई ने भी कुछ इसी तरह की परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली थी। अब बेटी द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद गरीब परिवार सदमे में है। युवती ने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की थी। वहीं सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम (Post Mortem) के लिए भेज दिया है और मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है।
Suicide
इसी तरह से हमीरपुर (Hamirpur) जिला में एक महिला की जहरीला पदार्थ खाने से मौत हो गई है। मामला हमीरपुर जिला के नादौन थाना के तहत सामने आया है। यहां 36 वर्षीय महिला ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। महिला की तबीयत खराब होने पर उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज टांडा (Dr. Rajendra Prasad Medical College Tanda) में रेफर कर दिया, लेकिन टांडा में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। महिला की मौत पर किसी ने कोई शक जाहिर नहीं किया है। पुलिस ने धारा 174 के तहत मामला दर्ज करके शव का पोस्टमार्टम करवाया है। वहीं, पुलिस के अनुसार मृतका का भाई अभी तक नहीं आया है, जोकि किसी अन्य प्रदेश में रहता है। उसके बयानों के आधार पर अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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