-
Advertisement
कोरोना के Community Spread का पता लगाने को 21 राज्य चुने, Himachal भी शामिल
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की जड़ तक पहुंचने के लिए केंद्र सरकार सामुदायिक फैलाव (Community Spread) का पता लगाने में जुटी है। इसके लिए सरकार एक कदम और आगे बढ़ चुकी है। इस सर्विलांस (Surveillance) के लिए 21 राज्य के 69 जिलों का चयन किया है जिनमें सबसे ज्यादा 9 जिले उत्तर प्रदेश के हैं। उत्तर प्रदेश के अमरोहा, सहारनपुर, गौतमबुद्ध नगर, बरेली, बलरामपुर, मऊ, औरेया, गोंडा व उन्नाव जिले शामिल हैं। दिल्ली के किसी भी जिले को सर्विलांस के लिए चयनित नहीं किया है।
यह भी पढ़ें: नागपुर प्रशासन ने राधास्वामी सत्संग व्यास संग मिलकर बनाया 5000 Bed का Quarantine Center
जिले के 10 क्लस्टर क्षेत्र के हर घर से एक व्यक्ति का लिया जाएगा सैंपल
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार इन जिलों में कोरोना वायरस के सामुदायिक फैलाव का पता लगाने के लिए एंटीबॉडी जांच की जाएगी। एक जिले के 10 क्लस्टर क्षेत्र के हर घर से एक-एक व्यक्ति का सैंपल लिया जाएगा ताकि यह पता चल सके कि कितने लोगों के शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी (Antibodies) बनकर तैयार हो चुके हैं। 21 राज्यों में उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, राजस्थान, ओडिशा, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, केरल, कर्नाटक, झारखंड, गुजरात, छत्तीसगढ़, बिहार, असम और आंध्रप्रदेश शामिल हैं।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group
एनआईवी ने विकसित किया एलाइजा किट
हाल ही में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) ने एक एलाइजा किट को विकसित किया है जोकि पहली भारतीय एंटीबॉडी किट है। इस किट के जरिये करीब ढ़ाई घंटे में 90 सैंपल की जांच हो सकती है। यह किट सिर्फ एंटीबॉडी की जांच करती है और इसका इस्तेमाल सर्विलांस के लिए हो सकता है। उपचार के लिए मरीज की सिर्फ आरटी पीसीआर जांच ही अब तक देश में मान्य है। इसी किट के जरिए इन जिलों में सर्विलांस किया जाने वाला है। उम्मीद जताई जा रही है कि अगले 15 से 20 दिन में इसके परिणाम सामने आ सकते हैं।