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सुंदरनगर/शिमला। हिमाचल की साइबर क्राइम टीम (Cyber Crime team) ने एक वर्ष के बाद 25 लाख से अधिक रुपये की ऑनलाइन ठगी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस द्वारा मामले में 2 आरोपियों को पश्चिम बंगाल और बिहार से गिरफ्तार किया गया है। इनमें पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पुरुलिया में रहने वाला विशाल कुमार पाल और बिहार के बेगुसराय में रहने वाला प्रद्युमन उर्फ करण पंडित शामिल है। पुलिस ने छापामारी कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर शिमला लाया गया है। शिकायकर्ता के खाते में 25 लाख 74 हजार 435 रुपये आ गए हैं।
बता दें कि पीड़ित ठेकेदार भवन कुमार जिला मंडी के उपमंडल बल्ह के गांव स्यांह के रहने वाले हैं। शिकायतकर्ता द्वारा एक वर्ष पहले बल्ह पुलिस थाना में एफआईआर (FIR) दर्ज करवाई थी। इसके उपरांत बड़े पैमाने पर की गई इस ऑनलाइन ठगी के मामले को साइबर क्राइम पुलिस थाना शिमला को जांच के लिए ट्रांसफर कर दिया गया था। जहां अब पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। शिकायतकर्ता भवन कुमार ने कहा कि बीते वर्ष जुलाई महीने में ऑनलाइन ठगी (Online Fraud) के शिकार हुए थे। उन्होंने कहा कि वह एटीएम (ATM) से 10 हजार रुपए निकालने गए थे, लेकिन पूरी प्रक्रिया के बाद भी एटीएम से पैसे नहीं निकले। इस पर ठेकेदार ने बैंक के टोल फ्री नंबर पर इसकी शिकायत दी गई। इसके अगले दिन अज्ञात नंबर से ठेकेदार को एक फोन आया। फोन करने वाले ने अपने आप को बैंक का अधिकारी बताया और उससे खाते से लिंक मोबाइल नंबर और डेबिट कार्ड की जानकारी ले ली।
इसके बाद आरोपी ने ठेकेदार के एयरटेल के मोबाइल नंबर को फर्जी केवाईसी पर वोडाफोन नंबर में पोर्ट कर दिया। इसके उपरांत मोबाइल नेट बैंकिंग के माध्यम से शिकायतकर्ता के 2 खातों से लगभग 25 लाख रुपये की राशि ई-वॉलेट, पेटीएम सहित अन्य पर ट्रांसफर (Transfer) कर दी और बाद में यह राशि किसी बैंक के 20 से 25 खातों में डाल दी गई। ठेकेदार को जब सिम बदलने का पता चला तब तक शातिर उनके साथ लाखों की ठगी कर चुके थे। वहीं, पीड़ित शख्स ने बैंक खाते में वापस लौटी राशि के बाद हिमाचल प्रदेश साइबर क्राइम के साथ प्रदेश पुलिस के डीजीपी संजय कुंडू सहित सीएम जयराम ठाकुर का आभार जताया है।
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