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अमृतसर। अटारी बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान (Pakistan) से भारत (India) आ रही 532 किलो हेरोइन को जब्त किया गया है। इस हेरोइन की कीमत लगभग 2700 करोड़ रुपए बताई जा रही है। बताया गया कि कस्टम विभाग को अटारी बॉर्डर के पास इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (Integrated Check Post) पर पाकिस्तान से आए एक ट्रक से नमक की बोरियों में यह खेप बरामद हुई है। जांच के लिए नमूने दिल्ली (Delhi) की एक लैब में भेजे गए हैं। इस पूरे मामले में आईएसआई (ISI) की संलिप्तता पर भी शक जताया जा रहा है। क्योंकि उनके बिना इतनी बड़ी खेप भारत पहुंच पाना आसान बात नहीं है।
मिली जानकारी के मुताबिक नशे की इतनी बड़ी खेप का भुगतान हवाला के जरिए किया गया था। हेरोइन को वाघा रोड के ग्लोबल विजन इम्पेक्स, लाहौर ने अमृतसर (Amritsar) की फर्म कनिष्क इंटरप्राइजेज को भेजा था। कस्टम विभाग ने मामला सामने आने के बाद कनिष्क इंटरप्राइजेज के ओनर गुरपिंदर सिंह को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है। जबकि नमक लेने पहुंचे उनके एजेंट से भी पूछताछ की जा रही है। शुरूआती जांच में यह सामने आया है कि कनिष्क इंटरप्राइजेज के ओनर गुरपिंदर सिंह श्रीनगर में हंदवाड़ा निवासी दुकानदार तारिक अहमद लोन की पहचान वाला है। कस्टम विभाग ने जब जम्मू-कश्मीर पुलिस को इस बारे में सूचना दी गई तो उन्होंने तारिक अहमद को गिरफ्तार कर लिया।
पाक से कस्टम विभाग को 26 जून को 600 नमक की बोरियों में से सिर्फ 14 में ही ड्रग्स मिली थी। खेप की जांच शनिवार को शुरू की गई तो कस्टम अधिकारियों को शक हुआ कि नमक की कुछ बोरियां दूसरों से अलग हैं। जांच में पाया गया कि 14 बोरियों के बीच कुछ पैकेट छिपा कर रखे हुए थे। इन पैकेटों को खोलने पर पाया कि उसमें ड्रग्स है।
भारतीय कस्टम विभाग इस मामले पर पाकिस्तान कस्टम विभाग से बातचीत करेगा। वाघा स्थित आईसीपी से नमक की खेप के साथ हेरोइन और अन्य नशीले पदार्थ की खेप भारत कैसे पहुंची। वहीं पाकिस्तान का ट्रक ड्राइवर भी अगर इस मामले में दोषी पाया जाता है तो उसे भी गिरफ्तार कर भारत लाया जाएगा।
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