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नई दिल्ली। भारत में जहां विपक्षी पार्टियां चुनाव आयोग से मतपत्र के जरिए मतदान कराने की मांग कर रही है, वहीं इंडोनेशिया (Indonesia) में इससे जुड़ी एक दर्दनाक खबर सामने आई है। विश्व के तीसरे बड़े लोकतंत्र इंडोनेशिया में हाल ही में राष्ट्रपति और संसद चुनाव (President and parliament election) का आयोजन किया गया। एक साथ दो दो चुनाव कराकर सरकार ने अपना खर्चा तो बचा लिया लेकिन इसका खामियाजा निर्वाचन कर्मियों (Election personnel) को भुगतना पड़ गया। बताया गया कि चुनाव बाद 270 से अधिक इलेक्शन स्टाफ की मौत (death) हो गई है।
चुनाव कार्यों में लगे 270 से अधिक कार्यकर्ताओं की मौत ओवरटाइम काम करने से हो गई है। इनमें से अधिकतर की मौत थकान से होने वाली बीमारियों के चलते हुई हैं। बता दें कि इंडोनेशिया में मतपत्रों की गिनती चल रही है, जिन्हें कार्यकर्ता हाथों से गिन रहे हैं। वहीं अन्य 1878 कर्मचारी बीमार पड़ गए हैं। करीब 70 लाख लोग 17 अप्रैल को हुए चुनावों के वोटों की गिनती और निगरानी में मदद कर रहे थे। कर्मचारियों को गर्मी और खराब हालत में दिन-रात काम करना पड़ रहा है। इसकी वजह से उन्हें शारीरिक परेशानियां हो रही हैं। चुनाव कार्यों में लगे अधिकतर कर्मचारी अस्थायी हैं। इनकी नियुक्ति के वक्त सरकारी कर्मचारियों की तरह स्वास्थ्य जांच नहीं की गई थी। इससे यह पता नहीं चल सका था कि ये कठिनाइयों का सामना कर भी पाएंगे या नहीं।
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