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MP: 28-वर्षीय महिला ने दिया बिना हाथ-पैर वाली बच्ची को जन्म; दूर-दूर से देखने आ रहे हैं लोग
विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा (Vidisha) में स्थित सिरोंज तहसील में एक 28-वर्षीय महिला ने बिना हाथ-पैर वाली बच्ची को जन्म (Birth) दिया है। जन्म के बाद बच्ची का सिर्फ सिर और धड़ है। ऐसे में पूरे क्षेत्र में इस बच्ची का जन्म की चर्चा हो रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, बच्ची को टेट्रा अमेलिया कहा जाने वाला ऑटोसोमल रिसेसिव कॉन्जेनिटल डिसऑर्डर है जिसमें हाथ-पैर नहीं होते। भोपाल (Bhopal) के सीएमएचओ प्रभाकर तिवारी के अनुसार, 1 लाख में से एक नवजात को यह बीमारी होने की आशंका होती है। जन्म के बाद बच्ची बिल्कुल स्वस्थ है। उसे सांस लेने में भी कोई दिक्कत नहीं है।
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डिलीवरी के बाद से ही मां का दूध पी रही है बच्ची
बतौर रिपोर्ट्स सांकला में रहने वाले सोनू वंशकार की पत्नी इस बच्ची को जन्म दिया है। नवजात बच्ची का दोनों हाथ और पैर नहीं है। हालांकि उसकी धड़कन बिल्कुल ठीक है और सांस लेने में भी किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है। लेकिन जन्म के साथ ही हाथ पैर न होना लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। बगैर हाथ-पैर के जन्मी नवजात डिलीवरी के बाद से ही मां का दूध आराम से पी रही है। उसके अंदर शारीरिक कमी के अलावा किसी प्रकार की परेशानी नहीं दिख रही है। बच्ची की दादी सक्काबाई ने बताया कि हमारे परिवार में पीढ़ियों से कोई भी व्यक्ति अपंग पैदा नहीं हुआ।
घर पर हुआ बच्ची का जन्म, सरकारी दावे फुस्स…
उन्होंने बताया कि इस बच्ची के जन्म ने हैरत में डाल दिया है। भगवान ने हमारे घर ऐसी अद्भुत बच्ची भेजी है। यह भी भगवान की ही देन है। वहीं घर पर हुए इस बच्ची के जन्म ने सरकारी दावों की भी पोल खोल दी है। गांव में घर पर ही डिलिवरी होना, गांव की आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ता और अन्य ज़िम्मेदार लोगों के ग़ैर ज़िम्मेदाराना रवैये को उजागर कर रहा है। हालांकि अब मामला बड़ा होने के बाद बच्ची की जांच के लिए उसे भोपाल रेफर किया गया है। फिलहाल, बच्ची के जन्म के बाद से ही उसकी फ़ोटो वायरल (Viral) होनी शुरू हो गई है, जिसे कोई बीमारी की शक्ल में देख रहा है, तो कोई भगवान का अवतार भी मान रहा है।