- Advertisement -
बेशक सभी के घरों तक बिजली पहुंच चुकी है पर क्या आप जानते हैं कि जहां पर देश के नौनिहाल पढ़ाई कर रहे हैं, वहां पर बिजली (Electricity) है या नहीं। तो हम आप को बताते है कि देश के करीब 37 फीसदी स्कूलों में बिजली नहीं पहुंच पाई है। बात राज्यों की जाएं तो असम, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, जम्मू कश्मीर जैसे राज्यों के स्कूलों में बिजली की उपलब्धता सबसे खराब है। इस मामले में देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) आगे है, यहां पर 99.93 प्रतिशत स्कूलों में बिजली उपलब्ध है। इसी तरह ऊर्जा राज्य हिमाचल में 92.09 प्रतिशत स्कूल बिजली से रोशन हैं। इसके साथ लक्षद्वीप, चंडीगढ़ और दादरा और नगर हवेली की स्थिति सबसे बेहतर है।
इसके अलावा आंध्रप्रदेश में 92.8 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 70.38 प्रतिशत, गोवा में 99.54 प्रतिशत, गुजरात में 99.91 प्रतिशत, हरियाणा में 97.52 प्रतिशत, केरल में 96.91 प्रतिशत स्कूलों में बिजली कनेक्शन है। अन्य राज्यों में महाराष्ट्र में 85.83 प्रतिशत स्कूलों में बिजली कनेक्शन है जबकि झारखंड में 47.46 प्रतिशत, जम्मू कश्मीर में 36.63, पुदुचेरी में 99.86 , पंजाब में 99.55 , राजस्थान में 64.02, तमिलनाडु में 99.55, तेलंगाना में 89.89, उत्तर प्रदेश में 44.76, उत्तराखंड में 75.28 और पश्चिम बंगाल में 85.59 प्रतिशत स्कूलों में बिजली कनेक्शन है ।
एकीकृत जिला शिक्षा प्रणाली (UDISE) ने साल 2017-19 के बीच की गई रिपोर्ट कहती है कि देश के केवल 63.14 स्कूलों में बिजली मौजूद है जबकि बाकी में बिजली अभी भी नहीं है। उधर, मानव संसाधन मंत्री के अनुसार ऐसे स्कूल जिन्हें बिजली कनेक्शन की आवश्यकता है, वे राज्य विद्युत युटिलिटी से संपर्क कर सकते हैं और बिजली कनेक्शन मौजूदा नियमों के तहत ले सकते हैं।
- Advertisement -