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Himachal की मंडियों में चेरी ने दी दस्तक, पहले दिन पहुंचे 500 डिब्बे
शिमला। हिमाचल की मंडियों में चेरी (Cherry Fruit) ने दस्तक दे दी है। शुक्रवार को पहले दिन पराला और भट्ठाकुफर में चेरी की पहली खेप पहुंची। हालांकि रेट कम मिलने से बागवानों को निराशा हाथ लगी। मंडियों में बागवानों को चेरी का रेट 75 से 150 रुपए प्रति किलो मिला। बता दें कि हिमाचल में चेरी की विभिन्न किस्मों का करीब अढ़ाई सौ मीट्रिक टन उत्पादन होता है, लेकिन इस बार लॉकडाउन और कर्फ्यू (Curfew) ने बागवानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। बागवानों को अपनी फसल बेचने की चिंता सता रही है। इससे पहले बागवान चेरी के लिए कार्टन जुटाने में खासे परेशान हुए और अब चेरी को मंडियों में कैसे बेचें इसकी चिंता सताने लगी है।
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बता दें कि थाना धार क्षेत्र के बागवानों ने चेरी का तुड़ान शुरू कर दिया है। यहां के बागवानों ने चेरी को डिब्बों में पैक कर पहला लाट प्रदेश की विभिन्न मंडियों में पहुंचा दिया है। पहले दिन पराला और ढली मंडी में करीब 500 किलो चेरी बिकी है। माना जा रहा है कि अब हर रोज मंडियों में चेरी की आवक बढ़ेगी। प्रदेश कृषि विपणन बोर्ड के प्रबंध निदेशक नरेश ठाकुर कहते हैं कि प्रदेश की विभिन्न मंडियों में चेरी का पहला लाट शुक्रवार को पहुंच गया है। पराला और भट्ठाकुफर मंडी में करीब 500 डिब्बे चेरी बिकी है। चेरी का रेट 75 से 150 रुपए प्रति डिब्बा खुला है। मंडियों में हर रोज चेरी की मांग बढ़ रही है। दूसरे दिन के लिए करीब एक हजार डब्बे चेरी की मांग आई है।