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लखनऊ। कानपुर में एक हिस्ट्रीशीटर (History-sheeter) को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने गोलियां बरसा दी। मुठभेड़ में एक सीओ (CO) समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं। हमले में सात पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। जानकारी के अनुसार कानपुर के चौबेपुर थाना इलाके में पुलिस ने बिकरू गांव में दबिश दी थी। पुलिस यहां हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई थी। दबिश के दौरान बदमाशों ने पुलिस को घेरकर फायरिंग कर दी जिसमें आठ पुलिसकर्मी शहीद (Martyr) हो गए। विकास दुबे वही अपराधी है, जिसने राजनाथ सिंह सरकार में मंत्री का दर्जा पाए संतोष शुक्ला की थाने में घुसकर हत्या की थी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानपुर की इस घटना में मारे गए पुलिसकर्मियों की शहादत पर शोक और उनके परिजनों से संवेदना प्रकट की है। योगी ने घटना की रिपोर्ट तलब की है और साथ ही डीजीपी एचसी अवस्थी से अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने जनपद कानपुर नगर में कर्तव्यपालन के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले 08 पुलिसकर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) July 3, 2020
मुठभेड़ में देवेंद्र कुमार मिश्र,सीओ बिल्हौर , महेश यादव, एसओ शिवराजपुर, अनूप कुमार,चौकी इंचार्ज मंधना, नेबूलाल, सब इंस्पेक्टर शिवराजपुर, सुल्तान सिंह कांस्टेबल थाना चौबेपुर, राहुल, कांस्टेबल बिठूर, जितेंद्र,कांस्टेबल बिठूर, बबलू कांस्टेबल बिठूर शहीद हुए हैं। इसके अलावा सात पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर है। पुलिस हत्या के प्रयास के केस में शातिर विकास दुबे को अरेस्ट करने गई थी। विकास के खिलाफ 60 केस दर्ज हैं।
मुख्यमंत्री जी ने @dgpup को इस दुर्दांत घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने तथा तत्काल मौके की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) July 3, 2020
उत्तर प्रदेश के डीजीपी एचसी अवस्थी ने कहा कि विकास दुबे के खिलाफ कुछ दिन पहले हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया गया था। पुलिस विकास दुबे को गिरफ्तार (Arrest) करने गई थी। जैसे ही फोर्स गांव के बाहर पहुंची तो वहां जेसीबी लगा दी गई। इस वजह से फोर्स की गाड़ी गांव के अंदर नहीं जा सकी। गाड़ी अंदर नहीं जाने के कारण पुलिसकर्मी गांव के बाहर ही उतरे। तभी पहले से घात लगाए बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की ओर से भी जवाबी फायरिंग की गई।
बदमाश ऊंचाई पर थे। इस वजह से पुलिसकर्मियों को गोलियां लगी है। 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं। मौके पर एडीजी कानून व्यवस्था समेत कई अफसर पहुंच गए हैं, साथ ही फॉरेंसिक विभाग की टीम (Forensic Department Team) भी पहुंच गई है। इसके साथ ही एसटीएफ को भी मौके पर रवाना किया गया है। डीजीपी ने कहा कि अभी हमारा फोकस सभी घायल पुलिसकर्मियों का बेहतर इलाज कराने की व्यवस्था करने के साथ ही विकास दुबे के खिलाफ ऑपरेशन को भी जारी रखना है ताकि विकास दुबे और उसके साथियों को पकड़ा जा सके। वारदात में इस्तेमाल हथियारों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने की भी कोशिश की जा रही है।
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