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निर्भया के दोषी मुकेश का गंभीर आरोप: जेल में अक्षय संग जबरन बनवाए गए समलैंगिक संबंध
Last Updated on January 28, 2020 by
नई दिल्ली। दिल्ली का निर्भया मामला (Nirbhaya case) दिनों दिन पेचीदा होता जा रहा है। दोषी फांसी की तारीख नजदीक आने के साथ ही साथ एक नई बात कर नया बखेड़ा खड़ा कर दे रहे हैं। ताजा रिपोर्ट ये आई है कि निर्भया गैंगरेप में दोषी मुकेश ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कई बातों का खुलासा करते हुए जेल प्रशासन पर बड़े गंभीर आरोप लगाए हैं। मुकेश सिंह (Mukesh Singh) ने सुप्रीम कोर्ट में चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा कि तिहाड़ जेल में उससे जबरन सेक्स करवाया गया, वह भी केस के अन्य दोषी के साथ।
‘मुझे मौत की सजा दी थी… पर क्या मेरा रेप होने की भी सजा दी थी?’
मुकेश की वकील अंजना प्रकाश ने अपनी दलील में दावा किया कि मुकेश को निर्भया केस के एक अन्य दोषी अक्षय के साथ संबंध बनाने को मजबूर किया गया। दोषियों की वकील अंजना ने यह भी आरोप लगाया कि जेल में आने के बाद उन्हें कई बार पीटा भी गया। उसे पहले दिन से ही जेल में मारा गया है और पांच साल से वह डर से सो नहीं पाया है। जब भी वह सोता है तो उसे मौत के और पिटाई के सपने आते हैं। मुकेश की वकील ने उसकी तरफ से कहा कि अदालत ने मुझे मौत की सजा दी थी… पर क्या मेरा रेप होने की भी सजा दी थी?
‘मेरे भाई राम सिंह ने जेल में सुसाइड नहीं किया, उसकी हत्या हुई’
इसके अलावा मुकेश की वकील अंजना प्रकाश ने दावा किया कि इस मामले में एक आरोपी की जेल में हत्या कर दी गई थी। कोर्ट में मुकेश की याचिका पढ़ते हुए प्रकाश ने बताया कि ‘मुकेश की दलील है कि आरोपियों में से एक की आत्महत्या वास्तव में एक हत्या थी लेकिन ‘वर्षों तक यह बात छिपी रही।’ बता दें 32 साल का राम सिंह (Ram Singh) पेशे से ड्राइवर था। जिस बस में निर्भया का गैंगरेप हुआ उस बस का ड्राइवर राम सिंह ही था। राम सिंह इस केस में मुख्य आरोपी था। उसने निर्भया के साथ गैंगरेप करने के अलावा उसके दोस्त को लोहे के रॉड से पीटा भी था। घटना के कुछ समय बाद ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन इससे पहले की मामले में सजा सुनाई जाती राम सिंह ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। राम सिंह ने 11 मार्च 2013 को जेल के भीतर कथित तौर पर खुद को फांसी लगा ली थी।