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जहानाबाद कोर्ट से पुलिस को मिली शरजील इमाम की ट्रांजिट रिमांड, दिल्ली लाया जाएगा
Last Updated on January 28, 2020 by Deepak
नई दिल्ली/जहानाबाद। भड़काऊ भाषण से सुर्खियों में आए जेएनयू छात्र शरजील इमाम को बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया है। दिल्ली और बिहार पुलिस ने मंगलवार दोपहर जहानाबाद (Jehanabad) के कारो थाना क्षेत्र से गिरफ्तार (Sharjeel Imam Arrest) किया। गिरफ्तारी के बाद जहानाबाद में शरजील इमाम को निचली अदालत में पेश किया गया। दिल्ली पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड की मांग रखी। जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया है। अब शरजील इमाम को दिल्ली लाया जा रहा है।
इससे पहले शरजील के वकील की तरफ से इस बात का दावा किया गया कि शरजील ने दिल्ली पुलिस के आगे सरेंडर किया है। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फेंस करके कहा कि शरजील ने सरेंडर नहीं किया, उसे गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने की कोई प्रक्रिया नहीं हुई है। यदि कोई आरोपी सरेंडर करना चाहता तो कोर्ट के सामने सरेंडर किया जाता है, न कि पुलिस के सामने।
I have surrendered to the Delhi Police on 28 1 2020 at 3 PM. I am ready and willing to to operate with the investigation. I have full faith in due process of law. My safety and security are now in the hand of Delhi Police.
Let peace prevail. pic.twitter.com/fTKeWY5hb8— Sharjeel Imam (@_imaams) January 28, 2020
दिल्ली पुलिस पिछले दो दिनों से छापेमारी कर रही है और आज दोपहर 2 बजे, हमने उसे बिहार में जहानाबाद के काका थाना क्षेत्र में उसके गांव से हिरासत में लिया। शरजील की तलाश में पुलिस ने रविवार से ही कई स्थानों पर छापेमारी की थी। इससे पहले सोमवार रात को उसके भाई और दोस्त को पुलिस ने हिरासत में लिया था।
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इस मामले में उसके खिलाफ छह राज्यों- बिहार, असम, अरुणाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मणिपुर में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत कई केस दर्ज किए गए हैं। जिसके कारण शरजील को इन सभी राज्यों की पुलिस तलाश रही थी। उसके खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज है। बता दें कि चार दिन पहले शरजील इमाम का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के मंच से पूर्वोत्तर के राज्य असम को भारत से काटने की बात कह रहा है। उसने कहा कि मुसलमानों को अपनी ताकत दिखाते हुए कम से कम एक महीने तक असम का संपर्क भारत से काट देना चाहिए। इसके लिए रेलवे ट्रैक पर इतना मलबा डाल देना चाहिए कि उसे साफ करते-करते कम से कम एक महीने का समय लग जाए।