-
Advertisement
Karmapa शीर्षक के दोनों दावेदार संयुक्त रूप से करेंगे 14वें Shamar Rinpoche’s के Reincarnation की पहचान
Last Updated on February 11, 2020 by Deepak
करमापा शीर्षक के दोनों दावेदार (Two Karmapas) संयुक्त रूप से 14वें शमर रिनपोछे के पुनर्जन्म (Shamar Rinpoche’s Reincarnation) की पहचान करने का काम करेंगे। 14 वें शमारपा एमिपम चोकी लिद्रो (14th Sharmapa, Mipham Chokyi Lidro) का जर्मनी में निधन हो गया था। शमर रिनपोछे, जिन्हें शमारपा (Shamarpa) के नाम से भी जाना जाता है, काग्यू परंपरा में पुनर्जन्म वाले लामाओं का एक और प्रभावशाली वंश है। जो तीसरे करमापा के छात्र भी रहे हैं।
संयुक्त रूप से अब उनके पुनर्जन्म की पहचान करने का उद्देश्य दोनों के बीच एकता को मजबूत करने में मदद करना है। 17वें करमापा शीर्षक के लिए उग्येन त्रिनले दोरजे व थाई दोरजे (Thaye Dorjee) के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। तिब्बती बौद्ध धर्म के काग्यू संप्रदाय (Karma Kagyu sect of Tibetan Buddhism) के सर्वोच्च नेता करमापा की उपाधि के लिए कई वर्षों से विवाद को खत्म करने पर काम कर रहे हैं। विवाद यही है कि असली करमापा कौन है। खैर, अब 14वें शमर रिनपोछे के पुनर्जन्म की पहचान करने का काम संयुक्त रूप से दोनों को दिया गया है, इससे उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों में आपसी नजदीकियां बढेंगी।
यह भी पढ़ें: हो जाएं तैयार,जलशक्ति विभाग में होगी 1578 कर्मियों की भर्ती
करमापा उग्येन त्रिनले दोरजे (Karmapa Ogyen Trinley Dorjee) ने बोधगया में 37 वें काग्यू मोनालाम (37th Kagyu Monlam in Bodhgaya) में भेजे अपने संदेश में अपनी इस योजना के बारे में बताया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि दोनों करमापा बिना किसी पक्ष या भ्रम (Without any sides of confusions) के शमर रिनपोछे के पुनर्जन्म को मान्यता देने की योजना बना रहे हैं। इससे पहले दोनों करमापा पिछले साल फ्रांस (France) के एक ग्रामीण हिस्से में पहली बार मिले थे और भविष्य में साथ काम करने के बारे में चर्चा की थी। मुलाकात के बाद दोनों ने तीन भाषाओं में एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया था। अब फिर से दोनों के साथ काम करने की बात सामने आई है।