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नक्काशी बेहद खूबसूरत,करने वाले का पता नहीं
Last Updated on February 23, 2020 by
हिमालयन पिरामिड के नाम से विख्यात बेजोड़ कला के नमूने रॉक कट टेंपल मसरूर एक अनोखा और रहस्यमयी इतिहास समेटे हुए हैं। 8वीं सदी में बना यह मंदिर उत्तर भारत का इकलौता ऐसा मंदिर है। इसकी नक्काशी और इसके आगे बना तालाब इसकी खूबसूरती को चार चांद लगाता है। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में स्थित मसरूर मंदिर में राधा-कृष्ण सहित राम, लक्ष्मण और सीता की पत्थर की मूर्तियां हैं। मगर असली मंदिर का निर्माण 8वीं सदी में जाकर किया गया। कुल 15 बड़ी चट्टानों पर ये मंदिर बनाए गए हैं। इसकी नक्काशी बेहद खूबसूरत तरीके से की गई है। मगर ये किसने की, इसके बारे में आज तक पता नहीं चल पाया। कहते है कि निर्वासन के दौरान पांडव इस मंदिर में अरसे तक रहे थे।