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Video: मालगाड़ी के डिब्बे को बनाया Fumigation Tunnel, 6 से 12 सेकेंड में होंगे सैनिटाइज
पानीपत। कोरोना वायरस से खुद को सुरक्षित रखने के लिए लोग कई तरह के प्रयास कर रहे हैं। सबसे जरूरी है सैनिटाइजेशन (Sanitization) जिसके लिए रेलवे की कैरिज एवं वैगन वर्कशॉप में एक अनोखा तरीका निकाला गया है। यहां देसी तकनीक से मालगाड़ी के डिब्बे को मोडिफाई कर फ्यूमिगेशन टनल (Fumigation tunnel) में बदल दिया गया है। इसमें से गुजरने वाला व्यक्ति 6 से 12 सेकेंड में सैनिटाइज हो जाएगा। 12 कर्मियों ने 2 दिन की मेहनत के बाद यह टनल बनाई है। फिलहाल इसे वर्कशॉप में ही कर्मियों को सैनिटाइज करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर ऐसे और टनल तैयार किए जाएंगे।
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Northern Railway successfully develops a sanitizer room (fumigation tunnel) converting a goods coach for this facility. Sanitizer is automatically sprayed on people who enter the train and by the time they come out, sanitizer is sprayed all over. @timesofindia @RailMinIndia pic.twitter.com/UlFTGJZ5ov
— Dipak K Dash (@dipakdashTOI) April 6, 2020
मुख्य कारखाना प्रबंधक सुधांशु पंवार ने बताया कि फिलहाल यह उन कर्मचारियों के लिए तैयार किया गया है जो कोरोना वॉरियर्स के तौर पर वर्कशॉप में काम कर रहे हैं। इससे पहले वर्कशॉप में ही तैयार लाइन के पास ऑटोमैटिक सैनिटाइजेशन सिस्टम भी बनाया गया था। अब यह टनल मेन गेट के पास लगाया गया है। इसी में से होकर वर्कशॉप में एंट्री करेंगे। वर्कशाप कर्मचारियों द्वारा यहां मास्क, सेनेटाइजर व कवर ऑल भी बनाए जा रहे हैं। कवर ऑल डाक्टर्स के लिए बनाए जा रहे हैं। इसी प्रकार यहां आइसोलेशन कोच भी तैयार किए जा रहे हैं। पहले चरण में 16 को बनाकर भेजे जा चुके है। यहां अभी 120 से अधिक कोच बनाए जाने हैं।
कैरिज एवं वैगन वर्कशाप में तैयार पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) को रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (डीआरडीई) व रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) से मंजूरी मिल गई है। अब इसे जल्द ही बड़ी संख्या में तैयार कर मेडिकल टीम को प्रदान किया जाएगा। मुख्य कारखाना प्रबंधक सुधांशु पंवार ने बताया कि जगाधरी वर्कशॉप ने भारतीय रेलवे में डॉक्टरों और फ्रंटलाइन मेडिकल स्टाफ के लिए पीपीई के 3 नमूने तैयार किए थे। विशेषज्ञों की जांच के बाद सभी सेंपल अप्रूव किए गए हैं। वर्कशाप को जीएम नार्दन रेलवे द्वारा परस्कृत किया गया है।