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मुस्लिम समुदाय के IAS, आईपीएस और डॉक्टर की जमातियों से अपील
शिमला। मुस्लिम समुदाय के आईएएस (IAS) यूनुस खान, आईपीएस (IPS) आसिफ जलाल और आईजीएमसी के चिकित्सक डॉ. साद रिजवी ने निजामुद्दीन से लौटे लोगों से बिना डर के आगे आकर अपनी जानकारी देने की अपील की है।
आईएएस यूनुस हिमाचल पर्यटन निगम के निदेशक हैं और उन्होंने आतंकी हमले में शहीद पंजाब के शहीद की बेटी को गोद लिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस आज पूरी दुनिया में फैला है। हिमाचल में कई मामले सामने आए हैं। एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमारा फर्ज बनता है कि यदि हम कहीं बाहर गए हैं तो हमें ट्रेवल हिस्ट्री प्रशासन के साथ सांझा करनी चाहिए, उसे छुपाना नहीं है। ये हमारे लिए ही नहीं अपने परिवार और समाज के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने मुस्लिम समाज से घरों में ही नमाज पढ़ने की अपील की।
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आईपीएस अधिकारी आसिफ जलाल हिमाचल में डीआईजी हैं और जेएनयू के छात्र रहे हैं। उन्होंने निजामुद्दीन मकरज से लौटे लोगों से बाहर आ कर अपनी जानकारी प्रशासन पुलिस को देने का आग्रह किया है। कहा कि ऐसा देखने में आ रहा है कि जमात के गए लोग अपनी जानकारी नहीं दे रहे हैं। इसमें डरने की बात नहीं है और लोगों को बिना डर के अपनी जानकारी सांझा करें। उन्होंने कहा कि जमात के जो लोग सामने नहीं आ रहे है, उससे उनके परिवार को भी खतरा है और समाज को भी। आईजीएमसी के डॉक्टर साद रिजवी ने कहा कि हमारा मजहब ये कतई नहीं कहता है कि किसी की जान को खतरे में डाला जाए। ये कुरान और हदीस में भी कहा गया है कि जहां बीमारी फैली हो उससे अपने आप को अलग कर लें और वहां ना जाएं। ऐसे में जो लोग भी मरकज से लौटे हैं और छुपे हैं, बाहर आकर खुद अपनी जानकारी दें।