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Tanda के 11 डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ क्वारंटाइन में, जमातियों के फोन की फोरेंसिक जांच शुरू
धर्मशाला। डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज, अस्पताल टांडा (Tanda) में कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले 11 डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ को कांगड़ा शहर के तीन होटलों में पैसिव क्वारंटाइन किया गया है। यह सभी अगले 14 दिन तक अपने परिवार से दूर यहीं रहेंगे। डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज, अस्पताल टांडा में कोरोना (Corona) के पांच पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है। इनमें दो पहले ही ठीक होकर जा चुके हैं। साथ ऊना (Una) के तीन जमातियों की प्रारंभिक रिपोर्ट कल नेगेटिव आई है। आज दोबारा इनका टेस्ट होगा। अगर आज भी रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो इन्हें घर भेज दिया जाएगा। इनमें से दो मंडी शहर और एक सुंदरनगर के रहने वाले हैं। इन मरीजों का इलाज करने वाले मेडिकल कॉलेज के स्टाफ को पैसिव क्वारंटाइन किया गया है। कोरोना संक्रमित और आशंकित लोगों का इलाज करने वाले चिकित्सकों और स्टाफ के रहने और खाने का सभी खर्च सरकार वहन करेगी।
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उधर, नई दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में 14-22 मार्च को आयोजित धार्मिक सम्मेलन के बाद हिमाचल में कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। वर्तमान में हिमाचल (Himachal) में 21 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं, जिनका निजामुद्दीन कनेक्शन है। जिसके चलते पुलिस (Police) ने तब्लीगी जमात से संबंधित लोगों के मोबाइल फ़ोन की फोरेंसिक व साइंटिफिक जांच शुरू की है, जिससे यह पता लग सके कि यह लोग कहां-कहां गए थे और किन-किन लोगों के संपर्क में आए थे। पुलिस व फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) धर्मशाला की एक टीम मिलकर इस मामले की जांच कर रही है। निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात में शामिल हुए लोगों का जांच टीमों ने सेल डाटा एकत्रित कर लिया है। अब तक हिमाचल में कोरोना वायरस से दो मरीजों की मौत हो गई है व दो स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं।