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EMI के नाम पर हो सकते हैं Fraud का शिकार, बचने के लिए अपनाएं ये तरीके
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉक डाउन के कारण सभी धंधे ठप पड़े हैं ऐसे में, कई बैंक अपने ग्राहकों की सहूलियत के लिए उनकी ईएमआई की रकम वापस कर रहे हैं लेकिन कई जालसाज बैंक की इस सुविधा का गलत फायदा भी उठा रहे हैं। इसके चलते कई लोगो को यह कह कर ठगा जा रहा है कि उनकी ईएमआई जो कट चुकी है और उसके पैसे उन्हें बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए जाएंगे, इसके तहत जालसाज एक ओटीपी की मांग करता है और अगर आप वो ओटीपी शेयर कर देते हैं तो आपका बैंक अकाउंट खाली होते देर नहीं लगती। ऐसे में यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि किन सात तरीकों से आप बैंक फ्रॉड के झांसे में आने से बच सकते हैं।
1. न दे ओटीपी के बारे में कोई जानकारी: आपका बैंक कभी भी आपको कॉल नहीं करता या आपके EMI या ब्याज भुगतान को स्थगित करने के लिए आपके OTP या पासवर्ड विवरण के लिए आपको कोई ईमेल नहीं भेजेगा। किसी भी किस्म की गोपनीय या निजी जानकारी जैसे OTP, डेबिट/क्रेडिट कार्ड नंबर, CVV नंबर, नेटबैंकिंग/ मोबाइल बैंकिंग पासवर्ड, ग्राहक आईडी, UPI पिन आदि को किसी से शेयर न करें।
2. अपने मोबाइल बैंकिंग ऐप पर ‘ऑटो सेव‘ या ‘ऑटो कम्प्लीट‘ फीचर को डिसेबल करेंः मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग लेनदेन के लिए उपयोगकर्ता आईडी या पासवर्ड को ऑटो-फिल या सेव यूजर आईडी न करें।
3. फिशिंग मेल का जवाब न देंः अज्ञात स्रोतों से प्राप्त URL को फॉलो नहीं करें या ई-मेल या SMS के माध्यम से व्यक्तिगत जानकारी या ऑनलाइन बैंकिंग संबंधी जानकरी का खुलासा न करें क्योंकि इनका उपयोग चोरी के लिए किया जा सकता है।
4. वेरिफिकेशन कॉल से सावधान रहें: कॉल करने वाला आमतौर पर बैंक का प्रतिनिधि या बैंक की तकनीकी टीम का कोई व्यक्ति होने का दिखावा करता है। सुरक्षा का झूठा अहसास कराने के बाद, कॉल करने वाला व्यक्ति आपसे अपना व्यक्तिगत और गोपनीय डेटा हासिल करने की कोशिश करता है। जब संदेह हो, तो हमेशा अपने संबंधित बैंक या वित्तीय सेवा संस्थान को कॉल या ईमेल करें और उनसे कॉल के बारे में पूछें।
5. बैंक खातों की नियमित जांच: अपने पैसों का हिसाब रखने के लिए अपने बैंक खातों की नियमित जांच करें। हर बार जब आप लेन-देन करते हैं, तो वापस जाएं और शेष राशि की जांच करके सुनिश्चित करें कि सही राशि का भुगतान किया गया है या प्राप्त किया गया है। किसी भी विसंगति के मामले में, तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें।
6. नोटिफिकेशन ऑन करेंः अपने बैंक के ईमेल और SMS नोटिफिकेशन को चालू रखें. यह आपके खाते से किए गए किसी भी लेनदेन के बारे में आपको सूचित करेगा. यह आपको धोखाधड़ी वाले लेनदेन की पहचान करने और बैंक को समय पर सूचित करने में भी मदद करेगा.
7. UPI लेनदेन करते समय सुरक्षा उपायः सुरक्षित और आसान बैंकिंग करने के लिए एनपीसीआई ने यूपीआई भुगतान प्रणाली शुरू की है। कई बैंकिंग सुविधाएं, फंड रूटिंग, कलैक्शन रिक्वेस्ट और पेमेंट रिक्वेस्ट को सीमलेस तरीके से किया जा सकता है। लेनदेन करते समय ग्राहक को पता होना चाहिए कि सिर्फ भुगतान करने के लिए पिन की आवश्यकता होती है और प्राप्त करते समय नहीं। उसे स्क्रीन-शेयरिंग ऐप्स तक पहुंच को प्रतिबंधित करना चाहिए और कभी भी पिन, कार्ड और ओटीपी विवरण साझा नहीं करना चाहिए।