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Bangladesh के संस्थापक मुजीबुर्रहमान के हत्यारे कैप्टन को आधी रात दी गई फांसी
ढाका। बांग्लादेश के संस्थापक एवं स्वतंत्रता सेनानी बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान (Sheikh Mujibur Rahman) की 1975 में की गई हत्या के दोषियों में से एक सजायाफ्ता सेना के बर्खास्त कैप्टन अब्दुल माजिद (Abdul Majed) को रविवार की आधी रात 12:01 बजे फांसी पर लटका दिया गया। इस हत्या के दोषी को लगभग 45 साल फरार रहने के बाद इसी मंगलवार को ढाका से गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद माजिद की मौत की सजा को चार दिनों के भीतर ही अंजाम दे दिया गया।
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बता दें कि 15 अगस्त 1975 को बांग्लादेश के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की परिवार के कई सदस्यों के साथ हत्या कर दी गई थी। इस मामले में कोर्ट ने सेना के 12 अधिकारियों को दोषी करार दिया था। कोर्ट ने सभी को फांसी की सजा सुनाई थी। इनमें से पांच को साल 2010 में फांसी दे दी गई थी। हत्या के बाद अब्दुल माजिद फरार हो गया था। इस वारदात को अंजाम देने के 45 साल बाद आरोपी कैप्टन को फांसी की सजा सुनाई गई।
माजिद के पार्थिव शरीर को आज दफन किया जाएगा, इससे पहले शुक्रवार को, परिवार के चार सदस्यों, जिनमें दोषी की पत्नी शामिल नहीं थी, जेल में उनसे मुलाकात की। राष्ट्रपति अब्दुल हमीद द्वारा बुधवार को दया याचिका ठुकराए जाने के बाद माजिद की मौत की सजा को चार दिनों के भीतर ही अंजाम दे दिया गया। हालांकि शेख मुजीबुर्रहमान की हत्या के पांच साजिशकर्ता अभी भी छुपे हुए हैं।