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उत्तरकाशी में Baisakhi पर खोले समेश्वर देवता मंदिर के कपाट, श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
देहरादून। कोरोना के खौफ के चलते आज बैसाखी का पर्व भी हर साल की तरह नहीं मनाया जा सका, लेकिन कुछ रीति-रिवाज इस बार भी पूरे किए गए। उत्तरकाशी जिले में मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव स्थित उनके भाई शनि महाराज (समेश्वर देवता) के मंदिर के कपाट बैसाखी (Baisakhi) के पावन पर्व पर निर्धारित मुहूर्त के मुताबिक पूरे विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोल दिए गए।
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हालांकि लॉकडाउन के चलते ज्यादा भीड़ नहीं उमड़ी और इस दौरान सामाजिक दूरी का भी पूरी तरह ध्यान रखा गया। विधि-विधान के साथ प्रातः साढ़े पांच बजे मंदिर (Temple) के कपाट खोले गए। आज दोपहर समेश्वर शनिदेव की डोली मंदिर परिसर में लाई गई और लोगों ने उनके दर्शन किए। शनि महाराज का पांच मंजिला प्राचीन मंदिर उत्तरकाशी (Uttarkashi) के गांव खरसाली में विद्यमान है। यहां के स्थानीय निवासी मंदिर में विराजित शनिदेव महाराज को समेश्वर देवता के नाम से भी पुकारते हैं। हर साल मंदिर के कपाट शीतकाल में बंद कर दिए जाते हैं और बैसाखी के पावन अवसर पर आम जनता के लिए खोल दिए जाते हैं।