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J&K: जेलों में बंद 28 लोगों राजनीतिक कैदियों से हटाया PSA, महबूबा को राहत नहीं
Last Updated on April 25, 2020 by Deepak
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) प्रशासन ने केन्द्र शासित प्रदेश और उससे बाहर जेलों में बंद 28 राजनीतिक कैदियों से जन सुरक्षा कानून (पीएसए) हटा दिया। लेकिन महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) सहित कई बड़े नेता अब भी हिरासत में रहेंगे। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। जिन लोगों के ऊपर से पीएसए हटाया गया है उनमें एक प्रमुख व्यक्ति कश्मीर व्यापार और विनिर्माण संघ (केटीएमएफ) और कश्मीर इकॉनोमिक अलायंस (केईए) के मुखिया मोहम्मद यासीन खान का नाम भी शामिल है। कोरोना संकट काल में 170 नेताओं से पीएसए (PSA) हटाया जा चुका है पर पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती पर से पीएसए को नहीं हटाया गया है।
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इतना जरूर था कि महबूबा को इस महीने की 7 तारीख को उनके घर पर शिफ्ट कर दिया गया था। अभी भी पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती समेत 380 नेताओं के प्रति फिलहाल एक शब्द नहीं बोला जा रहा है कि वे कब तक रिहा हो पाएंगे। वहीं जो 28 लोग आज रिहा किए गए हैं, उनमें से कुछेक जम्मू-कश्मीर की जेलों में थे और बाकी को उत्तरप्रदेश की जेलों में बंदी बनाया गया था। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस लेकर उसे दो केन्द्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था, जिसके बाद मुख्यधारा के नेतओं समेत सैकड़ों लोगों को पीएसए के तहत हिरासत में ले लिया गया था। इन्हीं में से जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला समेत कई लोगों को हाल ही में रिहा किया गया है। बहरहाल, मुख्यधारा के कई अन्य नेता अब भी हिरासत में हैं, जिनमें पूर्व सीएम तथा पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, नेशनल कांफ्रेंस के महासचिव अली मोहम्मद सागर और पूर्व मंत्री नईम अख्तर शामिल हैं।