-
Advertisement
मेडिकल एमरजेंसी में कर्फ्यू पास जरूरी नहीं, चेकअप को आ-जा सकते हैं Hospital
धर्मशाला। डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि मेडिकल एमरजेंसी (Medical emergency) में किसी भी नागरिक को कर्फ्यू पास की आवश्यकता नहीं है, ताकि मेडिकल एमरजेंसी के दौरान नजदीक अस्पताल में रोगी का तत्काल पहुंचाया जा सके और समय पर उपचार हो सके। इसके अतिरिक्त प्रातः आठ से 12 बजे के समय लोग अस्पतालों में चेकअप के लिए आ जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में लॉकडाउन (Lockdown) के माध्यम से सामाजिक दूरी की अनुपालना सुनिश्चित की जा रही है तथा इस बारे में लोगों को जागरूक भी किया गया है।
यह भी पढ़ें: Mask नहीं लगाया तो जब्त होगा पहचान पत्र, पुलिस थाने में होगा फिर कुछ ऐसा
उन्होंने कहा कि लोगों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो इस के लिए हेल्पलाइन नंबर (Helpline Number) भी समय समय पर जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करनी चाहिए इसके साथ ही अपने गांव या परिवार में बाहरी क्षेत्रों से आने वाले व्यक्तियों के बारे में तुरंत प्रशासन को सूचित करना चाहिए ताकि समाज को सुरक्षित रखा जा सके और कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उपायुक्त ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि घरों से बेवजह बाहर नहीं निकलें तथा लॉकडाउन का पूरा अनुपालन सुनिश्चित करें।
यह भी पढ़ें: कोरोना अपडेटः आज 161 सैंपल नेगेटिव, कल से नेरचौक में भी होंगे Test
डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि बाहरी राज्यों से आ रहे कांगड़ा के नागरिकों को 28 दिन तक अपने घरों में ही रहना जरूरी होगा तथा अगर किसी सार्वजनिक स्थान और अन्य जगहों पर उनको घूमते हुए देखा गया तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। उन्होंने कहा कि सामाजिक दूरी की अनुपालना सुनिश्चित करना जरूरी है ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। डीसी राकेश प्रजापति ने बताया कि डा राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज, अस्पताल टांडा में कोविड-19 के पॉजिटिव रोगियों के उपचार के लिए सेंटर बनाया गया है तथा इसके साथ ही आइसोलेशन सेंटर भी चिह्न्ति किया गया है, जिसके चलते टांडा मेडिकल कॉलेज में वही रोगी आ सकते हैं जिनको किसी अस्पताल से रेफर किया गया हो या ट्रामा मामलों के रोगियों को उपचार सेवाएं देने का प्रावधान किया गया है, ताकि मेडिकल कॉलेज में ज्यादा भीड़ नहीं हो सके। कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
नो मास्क, नो एंट्री की होगी निगरानी
डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि कर्फ्यू में प्रातः आठ बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक ढील दी जा रही है तथा इस दौरान कई दुकानों को खोलने के निर्देश भी दिए गए हैं। इसके साथ अब कांगड़ा जिला में घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है तथा मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
जिला में आवश्यक खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति:
डीसी राकेश प्रजापति ने बताया कि 27 अप्रैल को कांगड़ा जिला में 13 गाड़ियां ब्रेड की, 339 सब्जियों के वाहन, दूध के 95 वाहन तथा 16 गाड़ियां रसोई गैस की, अनाज की 77 गाड़ियों तथा मेडिसन की 27 वाहनों के माध्यम से आपूर्ति की गई है। उन्होंने कहा कि खाद्य निगम के गोदामों में राशन का आवश्यक स्टाक उपलब्ध है अतः किसी भी उपभोक्ता को दैनिक आवश्यकता की वस्तुओं की खरीद के लिए हड़बड़ी करने की जरूरत नहीं है तथा किसी भी स्तर पर घरों में राशन का भंडारण भी नहीं किया जाए।