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कोरोना संकट के बीच US राष्ट्रपति Trump ने वैदिक प्रार्थना के लिए White House में बुलाया हिंदू पुजारी
वाशिंगटन। चीन के वुहान से उपजे कोरोना वायरस (Coronavirus) ने पूरी दुनिया में उत्पात मचाया हुआ है। कोरोना प्रभावित देशों में अमेरिका पूरे विश्व में पहले स्थान पर है। इस बीच शुक्रवार को अमेरिका ने अपना राष्ट्रीय प्रार्थना दिवस मनाया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप की मौजूदगी में व्हाइट हाउस (White House) के रोज़ गार्डन में प्रार्थना दिवस मनाया गया। इस दौरान यहां वैदिक शांति पाठ (Vedic Shanti Path) का उच्चारण भी किया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार नैशनल डे ऑफ प्रेयर सर्विस के अवसर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने वैदिक शांति पाठ के लिए व्हाइट हाउस में हिंदू पुजारी को आमंत्रित किया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के निमंत्रण पर, न्यूजर्सी में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर से पुजारी हरीश ब्रह्मभट्ट ने इस शांतिपांठ का निर्वहन किया।
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— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) May 7, 2020
पुजारी हरीश ब्रह्मभट्ट ने कहा, ‘कोरोना वायरस महामारी के इस मुश्किल समय में लोगों द्वारा अशांति महसूस करना सामान्य है।’ उन्होंने प्रार्थना शुरू करने से पहले कहा, ‘यह यजुर्वेद से ली गई वैदिक प्रार्थना है।’ उन्होंने आगे बताया कि शांति पाठ, एक ऐसी प्रार्थना है, जो सांसारिक धन-दौलत, सफलता, प्रसिद्धि या स्वर्ग जाने जैसी किसी कामना के लिए नहीं की जाती है। यह शांति के लिए की जाने वाली खूबसूरत हिंदू प्रार्थना है। इसके बाद ब्रह्मभट्ट ने पूरी प्रार्थना का अंग्रेजी में भी रूपांतरण किया। ब्रह्मभट्ट ने कहा, ‘शांति के लिए प्रार्थना की आवाज स्वर्ग तक जाती है। आकाश और पृथ्वी में शांति हो, पानी में शांति हो, जड़ी-बूटियों और पेड़ों पर शांति हो। सभी फसलों में शांति हो। ओम शांति, शांति, शांति।’ प्रार्थना खत्म होने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हरीश ब्रह्मभट्ट का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस समय अमेरिका इस समय एक बहुत ही भयानक बीमारी से से जंग लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब भी कोई संकट या चुनौती आई है तो हमारे लोगों ने आस्था में विश्वास, प्रार्थना की शक्ति और भगवान की अनंत महिमा में विश्वास जताया है। ट्रंप ने कहा कि मैं सभी अमेरिकियों से आग्रह करता हूं कि वो दिल से प्रार्थना करें।