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उपलब्धि: WHO के कार्यकारी बोर्ड के Chairman बने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन
Last Updated on May 22, 2020 by
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन (Dr. Harshvardhan) ने शुक्रवार को 34 सदस्यीय डब्ल्यूएचओ के कार्यकारी बोर्ड (Executive Board of WHO) के चेयरमैन (Chairman) पद का प्रभार संभाल लिया। हर्षवर्धन ने जापान के डॉ हिरोकी नाकातानी की जगह ली। दुनिया भर में जारी कोरोना वायरस के कहर के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन में भारत को महत्वपूर्ण पद मिलना कई मायनों में बेहतर है। कोरोना काल में भारत ने ना सिर्फ अपने देश में काफी हद तक कोरोना को रोकने का प्रयास किया है बल्कि पूरे विश्व को मदद करने में भी पीछे नहीं हटा है.
नियुक्ति के प्रस्ताव पर 194 देशों के सदस्य वाली विश्व स्वास्थ्य सभा ने हस्ताक्षर किए थे
गौरतलब है कि भारत के प्रत्याशी को कार्यकारी बोर्ड में नियुक्त करने के प्रस्ताव पर मंगलवार को 194 देशों के सदस्य वाली विश्व स्वास्थ्य सभा ने हस्ताक्षर किए थे। बता दें कि डब्ल्यूएचओ के दक्षिण-पूर्व एशिया समूह ने पिछले साल सर्वसम्मति से निर्णय लिया था कि भारत को तीन साल के कार्यकाल के लिए कार्यकारी बोर्ड के लिए चुना जाएगा।
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नियमों के अनुसार क्षेत्रीय समूहों के बीच अध्यक्ष का पद एक वर्ष के लिए रोटेशन द्वारा आयोजित किया जाता है और यह पिछले साल तय किया गया था कि शुक्रवार से शुरू होने वाले पहले वर्ष के लिए भारत का उम्मीदवार कार्यकारी बोर्ड का अध्यक्ष होगा।
बोर्ड 34 व्यक्तियों से बना है जो तकनीकी रूप से स्वास्थ्य के क्षेत्र में योग्य हैं
इस बारे में जानकारी देते हुए एक अधिकारी द्वारा बताया गया कि यह पूर्णकालिक कार्य नहीं है और चेयमैन को कार्यकारी बोर्ड की बैठकों की अध्यक्षता करने की आवश्यकता होगी। कार्यकारी बोर्ड 34 व्यक्तियों से बना है जो तकनीकी रूप से स्वास्थ्य के क्षेत्र में योग्य हैं। बोर्ड साल में कम से कम दो बार बैठक करता है और मुख्य बैठक आमतौर पर जनवरी में होती है। स्वास्थ्य सभा के तुरंत बाद मई में दूसरी छोटी बैठक होती है। कार्यकारी बोर्ड के अध्यक्ष का मुख्य कार्य स्वास्थ्य सभा के निर्णयों और नीतियों को प्रभावी बनाने के लिए सलाह देना है।