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India-China सेना के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की बातचीत ख़त्म; चीन के खिलाफ 8 देशों ने बनाया अलायंस
Last Updated on June 6, 2020 by
नई दिल्ली। भारत (India) और चीन (China) के बीच जारी सीमा विवाद के समाधान के लिए भारत और चीनी सेना के बीच शनिवार को लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की बातचीत हुई। दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच ये बैठक करीब 5:30 घंटे चली। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने किया जबकि चीनी पक्ष का नेतृत्व तिब्बत सैन्य जिला कमांडर कर रहे थे।
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यह बातचीत पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन की तरफ माल्डो सीमा कर्मी बैठक स्थल पर हुई। मीटिंग में मौजूद रहे भारतीय सेना (Indian Army) के अधिकारी अब आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को ब्रीफ करेंगे। इसके बाद डायरेक्टरेट जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स के अधिकारी विदेश मंत्रालय और मुद्दे से संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय करेंगे। बताया गया कि भारत और चीन के अधिकारी भारत-चीन सीमावर्ती इलाकों में बने वर्तमान हालात के मद्देनजर स्थापित सैन्य एवं राजनयिक माध्यमों के जरिए एक-दूसरे के लगातार संपर्क में बने हुए हैं।
चीन के खिलाफ 8 देशों ने बनाया अलायंस
अमेरिका (US) समेत 8 देशों ने चीन की मौजूदगी को वैश्विक व्यापार, सुरक्षा और मानवाधिकारों के लिए खतरा मानते हुए एक अलांयस (Alliance) बनाया है। वहीं, इस इंटर-पार्लामेंटरी अलायंस ऑन चाइना (IPAC) को चीन में ‘फर्जी’ बताया जा रहा है। चीन की ओर से कहा गया है 20वीं सदी की तरह उसे अब परेशान नहीं किया जा सकेगा और पश्चिम के नेताओं को कोल्ड वॉर वाली सोच से बाहर आ जाना चाहिए। रिपोर्ट्स के अनुसार शुक्रवार को IPAC को लॉन्च किया गया था। इसमें अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन, जापान, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, स्वीडन, नॉर्वे और यूरोप की संसद के सदस्य शामिल हैं। अलांयस का कहना है कि चीन के खिलाफ खड़े होने वाले देशों को अक्सर ऐसा अकेले करना पड़ता है और ‘बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ती है।’