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मानकोटिया बोले, ब्यूरोक्रेसी को एक साल कंपलसरी Army Training दी जानी चाहिए
धर्मशाला। पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मानकोटिया ( Former Minister Major Vijay Singh Mankotia)ने कहा है कि ब्यूरोक्रेसी को एक साल कंपल्सरी आर्मी ट्रेनिंग( Compulsory Army Training) दी जानी चाहिए। यही नहीं आम आदमी को भी इसके साथ जोड़ना चाहिए। मानकोटिया ने ये मांग आज एक पत्रकार सम्मेलन के दौरान रखी। उन्होंने कहा कि गलवान में जो हुआ वह वास्तव में दुखद था। यह सही है कि जानवरों व चीनियों में कोई फर्क नहीं है। इस झड़प के दौरान जो हमारे देश के जवान शहीद हुए हैं उनको हम नमन करते हैं। हमारे सैनिकों ने चीनियों को माकूल जवाब दिया अपनी जान पर खेल कर उनको आगे बढ़ने नहीं दिया।
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विजय सिंह मानकोटिया ने कहा कि आखिर क्या कारण है कि 60 साल में हम चीन( China) का पूर्ण रूप से मुकाबला करने को तैयार नहीं है। हम छतों पर चढ़कर अपने आप को ग्लोबल इक्नोमिक पावर कहते हैं। दुनिया में हम आर्थिक शक्ति के रूप में तो उभरे हैं लेकिन अभी तक ग्लोबल मिल्ट्री पावर नहीं बन पाए हैं। हमें ग्लोबल मिल्ट्री पावर बनना बहुत जरूरी है। अमेरिका विश्व शक्ति है और चीन ने भी अपने आप को तैयार किया है लेकिन भारत को अपनी सशसत्र सेनाओं को दुनिया में सबसे ताकतवर बनाना होगा।
पीएम मोदी के नाम लिखा खुला पत्र
विजय सिंह मानकोटिया ने कहा कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को इस संबंध में खुला पत्र लिखा है। इस पर 1960 से लेकर आज तक के घटना क्रम के बारे में विस्तार से लिखा है। पहले देश का रक्षा बजट भारी भरकम होता था लेकिन वह राशि वास्तव में इस दिशा में खर्च ही नहीं हो पाता थी। यूपीए सरकार में तो रक्षा सौदों में दलाली हुई तक हुई है। जिसमें बड़े-बड़े नाम शामिल रहे हैं। इसका असर रक्षा सौदों पर पड़ा। अब भी रक्षा सौदों पर कांग्रेस उंगुली उठा रही हैं लेकिन अब वक्त सुस्ती का नहीं । जब तक चीन की बराबरी में नहीं आएंगे तब तक चीन इस तरह की हरकतें करता रहेगा। इसलिए अपनी सेना को मजबूत करना बहुत जरूरी है।