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Jai Ram ने हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के लाभार्थियों से की बातचीत, क्या बोले-जानिए
शिमला। हिमाचल देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जहां शत-प्रतिशत घरों में एलपीजी गैस कनेक्शन (LPG Gas Connection) की सुविधा उपलब्ध है। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के माध्यम से हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के लाभार्थियों से बातचीत करते हुए यह बात कही। जयराम ठाकुर ने कहा कि पारंपरिक चूल्हे के लिए लकड़ियां एकत्रित करना और खाना बनाना ना केवल कष्टदायी था, बल्कि इससे महिलाओं के स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा था। ईंधन की लकड़ी के लिए लाखों पेड़ों के कटान के कारण पर्यावरण भी प्रभावित होता है। इन सभी मुद्दों को ध्यान में रखकर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की परिकल्पना की, जिसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को निःशुल्क गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाए गए। उन्होंने कहा कि इस योजना से प्रदेश के 1.36 लाख परिवार लाभान्वित हुए।
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2,76,243 परिवारों को निःशुल्क गैस कनेक्शन प्रदान किए
सीएम ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देश के करोड़ों लोगों ने स्वेच्छा से अपनी एलपीजी सब्सिडी (Subsidy) छोड़ी है। इस योजना का लाखों परिवारों को लाभ मिला, लेकिन प्रदेश के बहुत से परिवार इसका लाभ नहीं उठा पा रहे थे, जिसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना आरंभ करने का निर्णय लिया। इस योजना के अंतर्गत 2,76,243 परिवारों को निःशुल्क गैस कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि इससे महिलाओं को रसोई गैस के धुएं के दुष्प्रभाव से निजात मिली है और साथ ही पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिली है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने हमारे संवाद के तौर-तरीकों को भी बदल दिया है। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे अन्य राज्यों से आए होम क्वारंटाइन (Home Quarantine) लोगों पर भी नजर रखें, ताकि वह क्वांरटाइन नियमों का उल्लघंन ना करें। इससे समुदायिक स्तर पर संक्रमण के फैलाव को रोकने में मदद मिलेगी।
इस योजना के विभिन्न लाभार्थियों ने सीएम से बातचीत करते हुए कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना ने उनके जीवन को पूरी तरह से बदल दिया है। इस योजना को आरंभ करने के लिए उन्होंने सीएम का आभार व्यक्त किया। जिला बिलासपुर (Bilaspur) की ब्यासा देवी, बालीचौकी की चिंता देवी, भरमौर की मीनू ठाकुर, जिला कांगड़ा (Kangra) की कामिनी देवी, जिला कुल्लू की मीना देवी, जिला सिरमौर की गुलनास, जिला लाहुल-स्पीति की दीपिका, जिला शिमला की श्रेष्ठा, जिला हमीरपुर की सोनिया देवी तथा जिला ऊना की सरोज बाला ने सीएम से अपने अनुभव सांझा किए। अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज कुमार ने कहा कि यह योजना ग्रामीण महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई है, क्योंकि अब उन्हें लकड़ी इकट्ठा करने के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है। इस अवसर पर योजना के संबंध में निदेशक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति आबिद हुसैन सादिक ने प्रस्तुति दी। मुख्य सचिव अनिल खाची तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।