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चीन के पीछे पड़ा ब्रिटेन: Asia में भेज रहा एयरक्राफ्ट कैरियर; Huawei को किया बैन
लंदन। हॉंग कॉंग को लेकर आक्रामक तेवर दिखा रहे चीन (China) को सबक सिखाने के लिए ब्रिटेन (UK) ने कमर कस ली है। अमेरिका (US) से आगे निकलने की होड़ और दुनिया भर में कोरोना संक्रमण फैलाने की गलती पर पर्दा डालने में जुटे चीन के बीच अब ब्रिटेन हाथ धो कर पड़ गया है। बतौर रिपोर्ट्स, ‘रॉयल नेवी के सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट कैरियर (Aircraft Carrier) एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ को पूरे फ्लीट के साथ ब्रिटेन चीन के नजदीक तैनात करने की योजना बना रहा है। यह एयरक्राफ्ट कैरियर साउथ चाइना सी में जारी तनाव के बीच अमेरिका और जापान की सेना के साथ इस इलाके में बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास करेगा।’ इसके अलावा ब्रिटेन ने चीन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए चीनी कंपनी हुवावे (Huawei) को 5जी नेटवर्क बनाने को लेकर बैन कर दिया है।
हुवावे पर डेटा चोरी और गुप्त सूचनाओं को लीक करने का आरोप है
ब्रिटेन से पहले अमेरिका ने भी हुवावे के सभी उपकरणों को प्रतिबंधित किया था। जिसके बाद अब ब्रिटिश सरकार ने टेलिकॉम कंपनियों को आदेश दिया है कि वे 2027 तक 5जी नेटवर्क से हुवावे के सभी उपकरणों को हटा दें। ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन की अध्यक्षता में हुई नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग के बाद फैसला लिया गया कि देश में 5जी नेटवर्क के निर्माण में चीनी कंपनी की भागीदारी को खत्म किया जाएगा। ब्रिटिश सरकार ने यह फैसला नेशनल साइबर सिक्योरिटी काउंसिल के रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद लिया। चीनी कंपनी हुवावे पर डेटा चोरी और गुप्त सूचनाओं को लीक करने का आरोप है।
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वहीं ब्रिटेन की तरफ से एयरक्राफ्ट कैरियर की तैनाती किए जाने से पहले ही ऐसा माना जा रहा है कि चीन के नजदीक युद्धाभ्यास करने से दोनों देशों के बीच तनाव और गहरा सकता है। वहीं, चर्चा है कि इस युद्धाभ्यास में ऑस्ट्रेलिया और कनाडा को भी आमंत्रित किया जा सकता है। इन दोनों देशों से भी चीन के संबंध निचले स्तर पर हैं। बतौर रिपोर्ट्स, ‘चीन के खतरे से निपटने लिए अमेरिका का करीबी सहयोगी ब्रिटेन भी एशिया में अपने सैनिक भेज रहा है।’