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खस्ताहाल सिस्टम को धकेलता बचपन, सोचने पर मजबूर कर देगा इस 4 वर्षीय मासूम का Video
देवरिया। देश भर में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश स्थित देवरिया जिले के अस्पताल का एक वीडियो जमकर वायरल (Video Viral) हो रहा है। इस वायरल वीडियो में एक चार वर्षीय मासूम अपनी मां के साथ स्ट्रेचर (Stretcher) को खींचता हुआ नजर आ रहा है। इस बारे में सवाल किए जाने पर बच्चे की मां का कहना है कि स्ट्रेचर खींचने के लिए स्टाफ पैसा मांगता है इसलिए हम लोग खुद ही खींच कर ले जाते हैं। इस वीडियो को दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है। उन्होंने ट्वीट कहा, कंधे छोटे हैं लेकिन प्यार मां से अधिक है। आत्मनिर्भरता का और उदाहरण दिखाएं या ये ठीक है? जिला हॉस्पिटल देवरिया का वीडियो।
पुलिस की संवेदनहीनता भी आई सामने
कंधे छोटे हैं लेकिन प्यार माँ से अधिक है,
आत्मनिर्भरता का और उदहारण दिखाएं या ये ठीक है?ज़िला अस्प्ताल : देवरिया pic.twitter.com/TbT8nqe2hI
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) July 20, 2020
बतौर रिपोर्ट्स, जिले के बरहज थाना क्षेत्र गौरा गांव के रहने वाले छेदी यादव का विवाद गांव के कुछ युवकों से विवाद हो गया, जिस पर उन लोगों ने छेदी यादव की जमकर पिटाई कर दी। इस मारपीट में बुजुर्ग छेदी यादव का पैर और हाथ फैक्चर हो गया, जहां परिजनों पुलिस के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंचे। आरोप है कि बरहज पुलिस ने आनाकानी करते हुए घायल बुजुर्ग को जिला अस्पताल में भर्ती कराने के कह दिया और अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। बीते 3 जुलाई से यह बुजुर्ग जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती है, यहां पर हर दूसरे दिन हड्डी विभाग में उसका पट्टी बदली जाती है। परिजन उसे स्ट्रेचर पर लाद कर ले जाते हैं।
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ऐसा स्वास्थ्य सिस्टम संवेदनहीनता का हिमालय है
बुजुर्ग की बेटी का कहना है कि जब स्वास्थ्य विभाग के किसी भी कर्मचारी से स्ट्रेचर धकेलने के लिए कहते हैं तो हमसे सुविधा शुल्क 20 से 30 रुपए मांगे जाते हैं, जबकि यह सुविधा फ्री है। रिश्वत न देने के वजह से यह स्ट्रेचर हमें ही ढकेलना होता है। वहीं अब छोटे बच्चे द्वारा स्ट्रेचर को धक्का देने वाले इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स खूब प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक शख्स ने वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कर्मचारी को पीड़ित महिला ने 30 रुपए नहीं दिए उसने उससे और उसके मासूम बच्चे से स्ट्रेचर खिंचवा दिया। ऐसा स्वास्थ्य सिस्टम संवेदनहीनता का हिमालय है। वहीं एक अन्य शख्स लिखते हैं, वीडियो बनाने के बजाय मदद ही कर देते। वहीं एक दूसरे व्यक्ति ने इस वीडियो पर अपनी राय देते हुए लिखा कि ये हाल है सरकारी हॉस्पिटल का और प्राइवेट हॉस्पिटल इसका फायदा उठाते हैं और पैसे लूटते हैं।