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कड़छम प्रोजेक्ट कर्मचारी आत्महत्या मामला, Police पर पथराव- पांच पुलिस कर्मी घायल
भावानगर। जिला किन्नौर (Kinnaur) में जेएसडब्ल्यू कंपनी के कड़छम प्रोजेक्ट में कार्यरत एक कर्मचारी के आत्महत्या करने का मामला गहरा गया है। मामले में तीन केस दर्ज किए हैं। इसमें एक कर्मचारी को आत्महत्या (Suicide) के लिए उकसाने का मामला दर्ज हुआ है। वहीं, कर्मचारी द्वारा आत्महत्या करने की बात पता चलने पर मौके पर पहुंचे कंपनी अधिकारियों पर सीटू पदाधिकारियों ने हमला कर दिया। वहीं, पुलिस (Police) टीम पर पथराव भी किया है। इसमें पांच पुलिस कर्मचारियों व एक गृहरक्षक को चोटें आई हैं। साथ ही पुलिस की सरकारी बस भी क्षतिग्रस्त हुई है। इस पर पुलिस ने इंटक व सीटू कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
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एसपी किन्नौर एसआर राणा (SP Kinnaur SR Rana) ने बताया कि पिछले कल सुबह जेएसडब्ल्यू कंपनी के कड़छम प्रोजेक्ट में कार्यरत एक कर्मचारी जय प्रकाश विश्वकर्मा (45) निवासी गांव परेड़ी, जिला सतना मध्य प्रदेश (MP) द्वारा अपने कमरे में फंदा लगा कर आत्महत्या की सूचना पर थाना भावानगर की पुलिस टीम घटना स्थल पर पहुंची, जहां मृतक के कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें कर्मचारी ने कंपनी के एचआर विभाग के कुछ अधिकारियों पर उसे प्रताड़ित करने व जबरन रिटायरमेंट लेने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया। मौका पर जेएसडब्ल्यू कंपनी के कर्मचारियों व सीटू/इंटक कार्यकर्ताओं द्वारा एकत्रित होकर दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की गई। इस घटना में सुखी राम निवासी यंगपा-2 की शिकायत पर थाना भावानगर में आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
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मामले में आगामी जांच जारी है।वहीं, जेएसडब्ल्यू कंपनी के कर्मचारी द्वारा आत्महत्या करने की सूचना मिलने पर कंपनी के डीजेएम विक्रम सिंह, एजीएम योगेश महतो व सुरक्षा अधिकारी रवि पूनिया घटना स्थल पर पहुंचे तो सीटू युनियन के पदाधिकारी मदन कुमार व सुखी राम व अन्य 7/8 व्यक्तियों ने इन पर हमला कर दिया, जिससे इन्हें कई शरीरिक चोटें आई। इस घटना में विक्रम सिंह डीजेएम (DJM) की शिकायत पर थाना भावानगर में मामला दर्ज किया है। आत्महत्या किए जाने की घटना की जांच के लिए जब पुलिस टीम जांच हेतु घटना स्थल पर पहुंची तो इंटक व सीटू (Citu) कार्यकर्ता जीवन सिंह नेगी व सुखी राम के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे थे तथा मांग कर रहे थे कि जब तक मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को स्थाई नौकरी नहीं दी जाती वे शव को नहीं उठाने देंगे। उपरोक्त प्रदर्शन कारियों की मांगें कंपनी द्वारा नहीं माने जाने पर प्रदर्शनकारी राष्ट्रीय राजमार्ग पर आ गए। इस बीच जब पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम करवाने के लिए उठाया जाने लगा तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस टीम पर पथराव किया, जिससे 5 पुलिस कर्मचारियों व एक गृहरक्षक को चोटें आईं तथा पुलिस विभाग की सरकारी बस भी क्षतिग्रस्त हो गई।इंटक व सीटू कार्यकर्ताओं द्वारा इस प्रकार पुलिस के सरकारी कर्तव्य निर्वहन में बाधा पहुंचाने, उन पर हमला करने व सरकारी बस को क्षति पहुंचाने की घटना में इंटक व सीटू कार्यकर्ताओं के विरूद्ध थाना भावानगर में मामला दर्ज किया है। मामले की जांच जारी है। एसपी (SP) ने बताया कि जिन लोगों ने कानून का उल्लंघन किया है, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करके बाद गिरफ्तारी मामले अदालत में भेजे जाएंगे। किन्नौर पुलिस ने लोगों से कानून की पालना व शांति प्रिय वातावरण बनाए रखने की अपील की है।