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Apple ने चीन की गेमिंग इंडस्ट्री को दिया बड़ा झटका: चाइनीज ऐप स्टोर से हटाए 26 हजार से ज्यादा ऐप्स
Last Updated on August 4, 2020 by
नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा पर जारी तनाव के बीच जहां भारत ने चीन (China) के 100 से अधिक ऐप्स को बैन करके चीन को आर्थिक मोर्चे पर एक बड़ा संदेश दिया है। वहीं, दूसरी तरफ अमेरिका आधारित टेक कंपनी एपल (Apple) ने चाइनीज ऐप स्टोर पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 26 हजार से ज्यादा ऐप्स हटा दिए हैं। जिन ऐप्स को हटाया गया है उनमें हजारों वीडियो गेम ऐप्स (Video Game Apps) शामिल हैं। चीनी अधिकारियों द्वारा बिना लाइसेंस के गेम पर रोक लगाने के बीच यह खबर आई है। इससे पहले चीनी सरकार द्वारा 1 जुलाई से जारी की गई इंटरनेट पॉलिसी के दवाब के कारण एपल को अपने चीनी ऐप स्टोर से 4500 से ज्यादा गेम्स हटाने पड़े थे।
जितने लाइसेंस नहीं बांट पाता चीन; उससे कई गुना अधिक गेम होस्ट करता है एपल
चीन के कानून के मुताबिक किसी भी ऐप डेवलपर को सेंसरशिप एजेंसी से लाइसेंस (Licence) लेना जरूरी है। अगर ऐप में पेड डाउनलोड का विकल्प दिया गया है तो लाइसेंस लेना बेहद जरूरी हो जाता है। वहीं, चीन के कानून में ऐसी कई बाधाएं हैं जिनकी वजह से ऐप्स के अप्रूवल में महीनों लग जाते हैं। हालांकि ज्यादातर बाधाएं सिर्फ गेमिंग सर्विस को लेकर ही लगाई गई हैं। इस पर एपल चाइना के मार्केटिंग मैनेजर टॉड कुहन्स ने कहा है कि 1 जुलाई से चीनी सरकार के नए नियम से हम हर दिन कई गेम एप्स को अपने स्टोर से हटा रहे हैं। अफसोस की बात यह है कि चीन एक साल में लगभग 1,500 गेम लाइसेंस को मंजूरी देता है और इस प्रक्रिया में छह से 12 महीने लगते हैं, जिससे एप को स्टोर तक अपलोड होने में काफी वक्त लग जाता है।
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बता दें कि इस समय एपल चीन में करीब 60,000 गेम्स को होस्ट करता है, इन सभी एप्स को डाउनलोड करने के लिए यूजर्स को इन्हें खरीदना पड़ता है। यह पहला मौका नहीं है जब एपल ने ऐप कंपनियों पर ऐसी कार्रवाई की है। जुलाई 2020 में एपल ने एप स्टोर से 2500 से ज्यादा ऐप्स को हटाया था। बता दें कि पिछले महीने चीन के सैकडों ऐप्स को भारत में भी कार्रवाई का सामना करना पड़ा है। भारत ने चीन के साथ विवाद के बीच डेटा की सुरक्षा के मद्देनज़र टिक टॉक और यूसी जैसे पॉपुलर ऐप्स बैन कर दिए थे।