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Grade-Pay कटौती पर अनुबंध चिकित्सा अधिकारियों के समर्थन में आई रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन
हमीरपुर/ ऊना। हिमाचल प्रदेश में अनुबंध पर लगे हुए चिकित्सा अधिकारियों को 150 प्रतिशत ग्रेड पे (Grade-Pay) को बंद किए जाने पर हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर संघ ( Himachal Pradesh Medical Officers Association) के समर्थन में रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन हमीरपुर ने काले बिल्ले लगाकर अपना कामकाज निपटाया। रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन का कहना है कि डॉक्टरों के वेतन को काटना तर्क संगत नहीं है और इसका वह विरोध करते हैं। वहीं, कोरोना काल में डॉक्टर के ग्रेड-पे पर चली कैंची को लेकर घमासान मच गया है। मामले को लेकर युवा मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। डॉक्टर्स ने मंगलवार सुबह रीजनल अस्पताल ऊना में काले बिल्ले लगाकर सरकार के फैसले पर विरोध जताते हुए रोष प्रदर्शन किया। वहीं, आगामी दिनों में भी काले बिल्ले लगाकर ही अस्पताल (Hospital) में काम करते हुए सरकार के निर्णय पर अपना विरोध दर्ज कराने का फैसला लिया है।
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मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन की जिला इकाई ने एलान किया कि वह 9 अगस्त तक काले बिल्ले (Black Badges) लगाकर अपना विरोध प्रदर्शन जताएंगे और अगर 9 अगस्त तक इस मुद्दे को सुलझाया नहीं गया तो इसके बाद 7 दिन के लिए 2 घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक शुरू की जाएगी। अगर उसमें भी इस मुद्दे को नहीं सुलझाया गया तो 16 अगस्त बाद के बाद पूर्ण बंद करने पर प्रदेश के सभी चिकित्सक मजबूर हो जाएंगे। जिसकी सारी जिम्मेवारी प्रदेश सरकार की होगी। चिकित्सकों (Doctors) का कहना है कि जब यह ग्रेड पे इंसेंटिव पूरे प्रदेश के अनुबंधित कर्मचारियों को 2016 की अधिसूचना के बाद मिल रहा है और हमारे चिकित्सकों को भी मिल रहा था तो अब ऐसी क्या स्थिति आन पड़ी के इस कोरोना (Corona) जैसी महामारी के बीच नौजवान अनुबंधित डॉक्टर्स की सैलरी पर कैंची चलाई जा रही है। उन्होंने सरकार से गुजारिश की है कि वह जल्द से जल्द स्थिति स्पष्ट करें कि वह यह ग्रेड पे इंसेंटिव अनुबंधित डॉक्टर्स को देना जारी रखेंगे या नहीं रखेंगे। नहीं तो चिकित्सकों को संघर्ष के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं दिख रहा है। याद रहे कि प्रदेश में अनुबंध पर कार्यरत चिकित्सा अधिकारियों को 150 प्रतिशत ग्रेड पे नहीं दिए जाने पर हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन ने मोर्चा खोल रखा है।