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Ayodhya: निर्माण पूरा होने के बाद कुछ ऐसा नजर आएगा राम लला का मंदिर; तस्वीरें आईं सामने
Last Updated on August 4, 2020 by Deepak
अयोध्या। भागवान राम की जन्मस्थली अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण के लिए तैयारियां ज़ोरों पर हैं। कल यानी 5 अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट रखे जाने के बाद मंदिर का निर्माण निर्बाध प्रक्रिया के साथ शुरू कर दिया जाएगा। इस बीच मंदिर निर्माण के लिए बने ट्रस्ट ने भव्य मंदिर के प्रस्तावित मॉडल की तस्वीरें भी जारी कर दी हैं।
मंदिर का यह डिजाइन वास्तुकार निखिल सोमपुरा ने तैयार किया है। 1989 में प्रस्तावित मंदिर के मॉडल में बदलाव कर इसे और भव्य बना दिया गया है।
पहले मंदिर के मुख्य शिखर की ऊंचाई 128 फीट थी। अब यह 161 फीट होगी। इसके साथ ही गुंबदों की संख्या तीन से बढ़ाकर पांच की गई है। मंदिर के जमीन का आकार भी बढ़ा दिया गया है। तीन की जगह पांचों गुंबदों के नीचे के हिस्से में चार हिस्से होंगे और एक मुख्य शिखर होगा।
राम मंदिर की ऊंचाई में 33 फीट की वृद्धि की जा रही है। इसी वजह से एक और मंजिल बढ़ाना पड़ा है। मंदिर के पुराने मॉडल के हिसाब से मंदिर की लंबाई 268 फीट 5 इंच थी। इसे बढ़ाकर 280-300 फीट किया जा सकता है। मंदिर को बनकर तैयार होने में तीन से साढ़े तीन साल का समय लगेगा।
राम मंदिर के पांचों गुंबदों के नीचे के हिस्से में चार हिस्से होंगे। इसमें सिंहद्वार, नृत्य मंडप, रंगमंडप बनेगें। यहां श्रद्धालुओं के बैठने विचरण करने और विविध कार्यक्रम आयोजित करने के लिए जगह रहेगी। मॉडल की तस्वीरों में गुंबद की भव्यता देखते बन रही है।
मंदिर में पत्थर वही लगेंगे जो राम मंदिर कार्यशाला में तराश कर रखे गए हैं। इन पत्थरों की साफ सफाई कर चमकानें का काम दिल्ली की कंपनी कर रही है। मिट्टी परीक्षण की रिपोर्ट के आधार पर मंदिर के लिए नींव की खुदाई होगी। यह 20 से 25 फीट गहरी हो सकती है।
प्लैटफॉर्म कितना ऊंचा होगा इस पर निर्णय राम मंदिर ट्रस्ट करेगा। अभी 12 फीट से 14 फीट तक की ऊंचाई की बात चल रही है। राम मंदिर के नए मॉडल के मुताबिक, पूरे मंदिर में कुल 318 स्तंभ होंगे। मंदिर के प्रत्येक तल पर 106 स्तंभ बनाए जाएंगे।
मंदिर बनने में कम से कम 100 करोड़ रुपए की लागत आएगी। यह खर्च बढ़ सकता है। निर्माण की अवधि की सीमा तय की जाएगी तो ज्यादा संसाधन चाहिए होंगे। इससे बजट भी बढ़ेगा। राम मंदिर का डिजाइन नागर स्टाइल का है। इसे शिल्प शास्त्र को दिमाग में रखकर बनाया गया है।
5 अगस्त को जब पीएम नरेंद्र मोदी मंदिर निर्माण की पहली ईंट रखेंगे तब उसके साथ ही रामजन्मभूमि के सैकड़ों साल का इंतजार खत्म हो जाएगा। अयोध्या में मंदिर के भूमि पूजन के लिए तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं।
अब लोगों को इंतजार है कि यह समय जल्द से जल्द पूरा हो और एक बार फिर से जन्मभूमि मंदिर में निर्बाध रूप से भगवान राम का दर्शन शुरू हो सके।