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PM Modi ने लॉन्च किया नया Tax Platform – करदाताओं को मिले तीन बड़े अधिकार
Last Updated on August 13, 2020 by
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज करदाताओं को लिए तीन बड़े अधिकार दिए हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ‘पारदर्शी कराधान – ईमानदार का सम्मान’ के लिए प्लेटफॉर्म लॉन्च किया। इस नए टैक्स प्लेटफॉर्म के तहत टैक्सपेयर्स को फेसलेस असेसमेंट, टैक्स पेयर्स चार्टर, फेसलेस अपील की सुविधा मिलेगी। साथ ही अब टैक्स देने में आसानी होगी, टेक्नोलॉजी की सहायता से लोगों पर भरोसा जताया जाएगा। इस आयोजन में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) और वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के अलावा इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों एवं पदाधिकारियों के लावा विभिन्न वाणिज्य मंडलों, व्यापार संघों एवं चार्टर्ड एकाउंटेंट संघों के साथ-साथ जाने-माने टैक्सपेयर्स भी मौजूद थे।
LIVE: PM Shri @narendramodi launches platform for 'Transparent Taxation – #HonoringTheHonest'. https://t.co/9ktlkVyyQz
— BJP (@BJP4India) August 13, 2020
पीएम ने कहा कि इस प्लेटफॉर्म में Faceless Assessment, Faceless Appeal और Taxpayers Charter जैसे बड़े रिफॉर्म्स हैं। Faceless Assessment और Taxpayers Charter आज से लागू हो गए हैं। नई सुविधाएं, Minimum Government, Maximum Governance के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करती हैं। ये देशवासियों के जीवन से सरकार को, सरकार के दखल को कम करने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। आज हर नियम-कानून को, हर पॉलिसी को Process और Power Centric अप्रोच से बाहर निकालकर उसको People Centric और Public Friendly बनाने पर बल दिया जा रहा है। ये नए भारत के नए गवर्नेंस मॉडल का प्रयोग है और इसके सुखद परिणाम भी देश को मिल रहे हैं।
देश में चल रहा structural reforms का सिलसिला आज एक नए पड़ाव पर पहुंचा है।
Transparent Taxation – #HonoringTheHonest, 21वीं सदी के टैक्स सिस्टम की इस नई व्यवस्था का आज लोकार्पण किया गया है: पीएम @narendramodi pic.twitter.com/sWc1NKHapd
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टैक्सपेयर की बात पर विश्वास करना होगा
उन्होंने कहा कि अभी तक होता ये है कि जिस शहर में हम रहते हैं, उसी शहर का टैक्स डिपार्टमेंट हमारी टैक्स से जुड़ी सभी बातों को हैंडल करता है। स्क्रूटनी हो, नोटिस हो, सर्वे हो या फिर ज़ब्ती हो, इसमें उसी शहर के इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की, आयकर अधिकारी की मुख्य भूमिका रहती है। अब टैक्सपेयर को उचित, विनम्र और तर्कसंगत व्यवहार का भरोसा दिया गया है। यानि आयकर विभाग को अब टैक्सपेयर की Dignity का, संवेदनशीलता के साथ ध्यान रखना होगा।अब टैक्सपेयर की बात पर विश्वास करना होगा, डिपार्टमेंट उसको बिना किसी आधार के ही शक की नज़र से नहीं देख सकता।
मोदी ने कहा कि आज हर नियम-कानून को, हर पॉलिसी को Process और Power Centric अप्रोच से बाहर निकालकर उसको People Centric और Public Friendly बनाने पर बल दिया जा रहा है।ये नए भारत के नए गवर्नेंस मॉडल का प्रयोग है और इसके सुखद परिणाम भी देश को मिल रहे । आज से शुरू हो रहीं नई व्यवस्थाएं, नई सुविधाएं, Minimum Government, Maximum Governance के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करती हैं। ये देशवासियों के जीवन से सरकार को, सरकार के दखल को कम करने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।
हमारे लिए Reform का मतलब है-
Reform नीति आधारित हो
Reform टुकड़ों में नहीं हो,
Reform, Holistic हो,
एक Reform दूसरे Reform का आधार बने, नए Reform का मार्ग बनाए।
और ऐसा भी नहीं है कि एक बार Reform करके रुक गए। ये निरंतर, सतत चलने वाली प्रक्रिया है। #HonoringTheHonest pic.twitter.com/pMoKrnaWRZ
— BJP (@BJP4India) August 13, 2020
अब ये सोच और अप्रोच, दोनों बदल गई
उन्होंने कहा कि एक दौर था जब हमारे यहां Reforms की बहुत बातें होती थीं।कभी मजबूरी में कुछ फैसले लिए जाते थे, कभी दबाव में कुछ फैसले हो जाते थे, तो उन्हें Reform कह दिया जाता था।इस कारण इच्छित परिणाम नहीं मिलते थे।अब ये सोच और अप्रोच, दोनों बदल गई है: वर्ष 2012-13 में जितने टैक्स रिटर्न्स होते थे, उसमें से 0.94 परसेंट की स्क्रूटनी होती थी।वर्ष 2018-19 में ये आंकड़ा घटकर 0.26 परसेंट पर आ गया है। यानि केस की स्क्रूटनी, करीब-करीब 4 गुना कम हुई ।
पीएम ने कहा भारत के टैक्स सिस्टम में Fundamental और Structural Reforms की ज़रूरत इसलिए थी क्योंकि हमारा आज का ये सिस्टम गुलामी के कालखंड में बना और फिर धीरे धीरे Evolve हुआ।आज़ादी के बाद इसमें यहां वहां थोड़े बहुत परिवर्तन किए गए, लेकिन Largely सिस्टम का Character वही रहा। जहां Complexity होती है, वहां Compliance भी मुश्किल होता है।कम से कम कानून हो, जो कानून हो वो बहुत स्पष्ट हो तो टैक्सपेयर भी खुश रहता है और देश भी।बीते कुछ समय से यही काम किया जा रहा है।अब जैसे, दर्जनों taxes की जगह GST आ गया। प्रक्रियाओं की जटिलताओं के साथ-साथ देश में Tax भी कम किया गया है।
Faceless Assessment Scheme – a new era of Trust, Transparency, and Tax.
• Assessment will be through data analytics and AI
• No need to visit the income tax office. #HonoringTheHonest pic.twitter.com/hSk3vQ0Qzh
— BJP (@BJP4India) August 13, 2020
हम दुनिया में सबसे कम tax लेने वाले देशों में
मोदी ने कहा कि 5 लाख रुपए की आय पर अब टैक्स जीरो है। बाकी स्लैब में भी टैक्स कम हुआ है। Corporate tax के मामले में हम दुनिया में सबसे कम tax लेने वाले देशों में से एक हैं। कोशिश ये है कि हमारी टैक्स प्रणाली Seamless हो, Painless हो, Faceless हो।Seamless यानि टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन, हर टैक्सपेयर को उलझाने के बजाय समस्या को सुलझाने के लिए काम करे।Painless यानि टेक्नॉलॉजी से लेकर Rules तक सबकुछ Simple हो।
उन्होंने कहा कि इन सारे प्रयासों के बीच बीते 6-7 साल में इनकम टैक्स रिटर्न भरने वालों की संख्या में करीब ढाई करोड़ की वृद्धि हुई है।लेकिन ये भी सही है कि 130 करोड़ के देश में ये अभी भी बहुत कम है। इतने बड़े देश में सिर्फ डेढ़ करोड़ साथी ही इनकम टैक्स जमा करते हैं। जो टैक्स देने में सक्षम हैं, लेकिन अभी वो टैक्स नेट में नहीं है, वो स्वप्रेरणा से आगे आएं, ये मेरा आग्रह है और उम्मीद भी।आइए, विश्वास के, अधिकारों के, दायित्वों के, प्लेटफॉर्म की भावना का सम्मान करते हुए, नए भारत, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करें।
List of Commitments made to the taxpayers.
The Taxpayer's Charter also highlights the obligations associated with these commitments. #HonoringTheHonest pic.twitter.com/sJBffiWS3w
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