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NEET के लिए छात्र ने की 700 Km यात्रा लेकिन 10 मिनट से छूटी परीक्षा; बोला- 1 साल गंवा दिया
नई दिल्ली। कोरोना काल के दौरान देशभर में रविवार को एनईईटी (NEET) परीक्षा का आयोजन किया गया। इस महामारी के बीच इस परीक्षा को स्थगित करने की मांग काफी दिनों से चल रही थी, लेकिन सरकार ने पूरा प्रबंध होने का दावा करते हुए परीक्षा का आयोजन करवा ही दिया। अब इस बात को लेकर अबतक कोई जानकारी नहीं आ पाई है कि यह परीक्षा इन छात्रों पर कितनी भारी पड़ी लेकिन इस दौरान बिहार के एक छात्र ने अपना एक साल जरूर गंवा दिया है।
मैंने अधिकारियों से विनती की लेकिन उन्होंने कहा मैं लेट हूं
ताजा अपडेट के अनुसार बिहार के दरभंगा जिले निवासी संतोष कुमार यादव ने एनईईटी की परीक्षा को लेकर कोलकाता तक 700-किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए दो बसें बदलते हुए 24 घंटे से अधिक की यात्रा की। हालांकि संतोष ने कहा कि उन्हें 10 मिनट की देरी हो गई। अभ्यार्थी ने बताया कि मैंने अधिकारियों से विनती की लेकिन उन्होंने कहा मैं लेट हूं। मैंने एक साल गंवा दिया। बतौर रिपोर्ट्स, संतोष यादव को नीट परीक्षा के लिए कोलकाता के पूर्व में स्थित एक टाउनशिप सॉल्ट लेक के एक स्कूल में 1:30 पर पहुंचना था, लेकिन वह 1:40 पर परीक्षा केंद्र में पहुंचा, जिसकी वजह से उसे परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया।
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संतोष यादव ने बताया कि मैं शनिवार को सुबह 8 बजे दरभंगा की बस में सवार होकर मुज़फ़्फ़रपुर पहुंचा। वहां से मैंने पटना के लिए बस ली, लेकिन मार्ग पर एक यातायात जाम था और मुझे लगभग छह घंटे की देरी हो गई। मैंने रात 9 बजे पटना से दूसरी बस ली। बस ने मुझे 1:06 बजे सियालदह स्टेशन (कोलकाता में) पर उतारा। इसके बाद एक टैक्सी ने मुझे परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया। अभ्यार्थी का कहना है कि स्कूल अधिकारियों से संपर्क नहीं किया जा सका लेकिन NEET परीक्षार्थियों को होने वाली असुविधा राजनीतिक बहस का विषय बन गई क्योंकि कई लोगों को किराए की कारों में राज्य के एक हिस्से से दूसरे हिस्से की यात्रा करने के लिए बड़ी राशि का भुगतान करना पड़ा।