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SCERT ऑनलाइन स्पर्धाः हिमाचल के इन 10 शिक्षकों की प्रविष्टियां रहीं अव्वल
दयाराम कश्यप/सोलन। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद सोलन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के संदर्भ में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन ऑनलाइन (Online) प्रणाली के माध्यम से तीन चरणों में किया गया। प्रथम चरण की प्रतियोगिता 5 सितंबर से शुरू होकर आज अंतिम चरण में समाप्त हुई। इसमें प्रतिभागियों द्वारा फिल्म, पोस्टर और पावर प्वाइंट प्रस्तुति या स्लाइड के रूप में अपनी-अपनी प्रविष्टियों चिन्हित साइट पर भेजी गई। प्रतियोगिता में प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों (Schools) के करीब 22153 अध्यापकों ने भाग लिया। प्रतियोगिता के अंतिम चरण में प्रदेश भर के प्रत्येक जिलों से आईं लगभग 120 प्रविष्टियों का चार सदस्यों टीम के निर्णायकों द्वारा मूल्यांकन कर उनमें से 10 बेहतरीन प्रविष्टियों को चुना गया है, जिनको राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता के लिए प्रदेश की ओर से भेजा जाएगा।
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इन शिक्षकों की प्रविष्टियों को प्रथम दस में मिला स्थान
इनमें हमीरपुर (Hamirpur) जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कांगू के अध्यापक विनोद कुमार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चोरू के अध्यापक सुरेश कुमार, मंडी (Mandi) जिला के राजकीय हाई स्कूल ओट के अध्यापक हरीश ठाकुर, सिरमौर जिला के मलगांव सरकारी हाई स्कूल की अध्यापिका वंदना कुमारी, सरकारी हाई स्कूल देवना ठांगा के अध्यापक नरेंद्र सिंह, सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दारो देवरिया के अध्यापक सुरेंद्र सिंह, कांगड़ा (Kangra) जिला के सरकारी प्राथमिक स्कूल पाहड़ा के अध्यापक निखिल चौधरी, सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल कोटला के अध्यापक राजेंद्र जंवाल, जिला शिमला के सरकारी प्राथमिक स्कूल सूम के अध्यापक संदीप एवं सरकारी हाई स्कूल भरेश की अध्यापिका भरेश की प्रविष्टियों को प्रथम दस चुनिंदा प्रविष्टियों में स्थान मिला है।
इस प्रतियोगिता का विषय सरकारी स्कूलों पर शिक्षा देने के 12 मुख्य बिंदुओं पर रखा गया। इसमें से बचपन की देखभाल और शिक्षाः सीखने की नींव, मूलभूत साक्षरता और संख्या: सीखने के लिए एक आवश्यक और आवश्यक शर्त, सभी स्तरों पर शिक्षा को छोड़ने की दर और सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करना। स्कूलों में पाठ्यक्रम और शिक्षाशास्त्र: सीखना समग्र, समेकित, आनंददायक और संलग्न होना चाहिए, शिक्षक और शिक्षक शिक्षा, समान और समावेशी शिक्षा: सभी के लिए सीखना शामिल थे।
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इस ऑनलाइन प्रतियोगिता के बारे में जानकारी देते हुए एससीईआरटी (SCERT) के राज्य नोडल अधिकारी शिव कुमार शर्मा ने बताया कि यह प्रतियोगिता ऑनलाइन प्रक्रिया से 5 सितंबर से लेकर 30 सितंबर तक प्रदेश भर के तमाम स्कूली स्तर पर चलाई गई, जिसमें 22153 स्कूल स्तर पर अध्यापकों ने भाग लिया। स्कूल स्तर से लेकर खंड स्तर तक और फिर खंड स्तर पर हुए मूल्यांकन से 953 में से 120 प्रविष्टियों चुनी गईं। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की प्राचार्य डॉ. नीलम कौशिक ने बताया कि राज्य स्तर पर परिषद में निर्णायकों द्वारा प्रविष्टियों का मूल्यांकन ऑनलाइन स्तर पर करवाया गया। राज्य स्तर पर परिषद में हुए मूल्यांकन में प्रदेश भर से आई 120 प्रविष्टियों में से 10 अध्यापकों की प्रविष्टियों को श्रेष्ठ चुना गया।
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