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वाराणसी से #PM Modi का किसानों को संदेश- दशकों तक हुए छल के कारण किसान आज भी आशंकित
Last Updated on November 30, 2020 by Sintu Kumar
वाराणसी। केंद्र सरकार की ओर से बनाए गए कृषि कानूनों (Agricultural laws) को लेकर किसानो का विरोध लगातार जारी है। किसानों के संतोष और कृषि कानूनों के विरोध को लेकर पीएम मोदी (pm modi) ने वाराणसी में कहा कि सरकार ने किसानों के हित में कई फैसले लिए हैं। उन्होंने (kissan andolan) विरोध करने वाले लोगों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अब भ्रम फैलाने का एक नया ट्रेंड चला है। मोदी ने कहा कि छल नहीं, गंगाजल जैसी पवित्र नीयत से काम किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी-प्रयागराज 6-लेन हाइवे (Varanasi-Prayagraj 6-lane highway) के चौड़ीकरण का लोकार्पण किया। 73 किलोमीटर के इस हाइवे के चौड़ीकरण पर 2,447 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
आप ही बताइए कि अगर मंडियों और MSP को ही हटाना था,
तो हम इनको इतनी ताकत क्यों देते ? इन पर इतना निवेश ही क्यों करते?
हमारी सरकार तो मंडियों को आधुनिक और मजबूत बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है।
– पीएम @narendramodi #DevDeepawaliWithPMModi pic.twitter.com/ouhsP9Gikh
— BJP (@BJP4India) November 30, 2020
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी (Parliamentary constituency of PM) के दौरे पर पहुंचे हैं। वह देव दीपावली उत्सव में शामिल होंगे। हिंदू कैलेंडर (Hindu calendar) के कार्तिक महीने की पूर्णिमा को देव दीपावली (Dev Deepawali) मनाई जाती है। इस साल देव दीपावली गंगा नदी के दोनों किनारों पर 15 लाख दीप जलाकर मनाई जाएगी। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के साथ पीएम क्रूज पर चेतराम घाट गए। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि किसानों के हित में सरकार लगातार काम कर रही है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर हो रही आलोचना के संदर्भ में पीएम मोदी ने कहा कि दशकों तक हुए छल के कारण किसान आज आशंकित हैं।उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि वे विरोध के पहले सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड देखें। उन्होंने कहा कि जब किसी क्षेत्र में आधुनिक कनेक्टिविटी का विस्तार होता है, तो इसका लाभ हमारे किसानों को होता है। उन्होंने कहा कि दुष्प्रचार किया जाता है कि फैसला तो ठीक है, लेकिन इससे आगे चलकर ऐसा हो सकता है। जो अभी हुआ ही नहीं, जो कभी होगा ही नहीं, उसको लेकर समाज में भ्रम फैलाया जाता है। ये वही लोग हैं, जिन्होंने दशकों तक किसानों के साथ लगातार छल किया है। उन्होंने कहा, पहले होता ये था कि सरकार का कोई फैसला अगर किसी को पसंद नहीं आता था तो उसका विरोध होता था, लेकिन बीते कुछ समय से हम देख रहे हैं कि अब विरोध का आधार फैसला नहीं, बल्कि भ्रम फैलाकर आशंकाओं को बनाया जा रहा है।
Boosting infrastructure for Kashi and the entire UP. https://t.co/0ueFXtVr9w
— Narendra Modi (@narendramodi) November 30, 2020
पीएम ने कहा कि ‘सरकारें नीतियां बनाती हैं, कानून-कायदे बनाती हैं। नीतियों और कानूनों को समर्थन भी मिलता है तो कुछ सवाल भी स्वभाविक ही है। ये लोकतंत्र का हिस्सा है और भारत में ये जीवंत परंपरा रही है। ‘उन्होंने कहा कि पहले मंडी के बाहर हुए लेन-देन ही गैरकानूनी थे। ऐसे में छोटे किसानों के साथ धोखा होता था, विवाद होता था। अब छोटा किसान भी, मंडी से बाहर हुए हर सौदे को लेकर कानूनी कार्रवाई कर सकता है। किसान को अब नए विकल्प भी मिले हैं।
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पीएम ने कहा कि भारत के कृषि उत्पाद पूरी दुनिया में मशहूर हैं। क्या किसान की इस बड़े मार्केट और ज्यादा दाम तक पहुंच नहीं होनी चाहिए? अगर कोई पुराने सिस्टम से ही लेन-देन ठीक समझता है, तो उस पर भी कहां रोक लगाई गई है? बीते सालों में फसल बीमा हो या सिंचाई, बीज हो या बाजार, हर स्तर पर काम किया गया है। केंद्र सरकार की योजना का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पीएम फसल बीमा योजना से देश के करीब चार करोड़ किसान परिवारों की मदद हुई है। उन्होंने बताया कि पीएम कृषि सिंचाई योजना से 47 लाख हेक्टेयर जमीन माइक्रो इरिगेशन के दायरे में आ चुकी है।
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