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कुछ ऐसा होगा लोकतंत्र का नया ‘मंदिर’, जानें खासियतें
देश के संसद भवन का स्वरूप अब पूरी तरह से बदलने जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में नए संसद भवन की नींव रख दी है और आजादी के 75 साल पूरे होने यानी साल 2022 तक ये भव्य भवन बनकर तैयार हो जाएगा। नया भवन मौजूदा भवन से अधिक आकर्षक और आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। नया संसद भवन केंद्र सरकार की योजना सेंट्रल विस्टा के तहत बनाया जा रहा है, जिसमें संसद भवन के अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय, राष्ट्रपति भवन और आसपास के इलाकों का नवीनीकरण किया जाएगा।संसद भवन में देश के हर कोने की तस्वीर दिखाने की कोशिश की जाएगी। नई बिल्डिंग में सेंट्रल हॉल नहीं होगा, लोकसभा चेंबर में ही दोनों सदनों के सांसद बैठ सकेंगे। अब सभी सांसदों के लिए संसद भवन परिसर में अलग दफ्तर बनाया जाएगा, जिसे 2024 तक तैयार किया जाएगा। नई बिल्डिंग में ऑडियो विजुअल सिस्टम, डाटा नेटवर्क फैसिलिटी का ध्यान रखा जा रहा है। लोकसभा और राज्यसभा कक्षों के अलावा नए भवन में एक भव्य संविधान कक्ष होगा। जिसमें भारत की लोकतांत्रिक विरासत दर्शाने के लिए अन्य वस्तुओं के साथ-साथ संविधान की मूल प्रति, डिजिटल डिस्पले दिखाए जाएंगे। सभी सांसदों के लिए संसद भवन परिसर में अलग दफ्तर बनाया जाएगा, जिसे 2024 तक तैयार किया जाएगा।