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#Uttarakhand में साढ़े आठ महीने बाद आज से खुले College, पहले दिन बहुत कम रही छात्रों की संख्या
देहरादून। कोरोना संकट के बीच उत्तराखंड (Uttarakhand) में करीब साढ़े आठ महीने बाद आज उच्च शिक्षा संस्थान खुले। पहले दिन छात्रों की बहुत कम संख्या दिखाई दी। देहरादून के डीएवी, डीबीएस, एसजीआरआर व एमकेपी पीजी कॉलेज विद्यार्थियों के लिए खुले। अभी सिर्फ प्रैक्टिकल कक्षाओं वाले विद्यार्थियों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। पहले दिन अधिकांश विद्यार्थी अभिभावकों का सहमति-पत्र नहीं लाए। इन विद्यार्थियों (Students) को प्रारूप दिए जा रहे हैं। पत्र जमा करने के बाद ही कक्षाओं में प्रवेश दिया जाएगा।डीएवी कॉलेज में सुबह 10 बजे तक छात्रों के नहीं आने से गेट बंद कर दिए गए। डीबीएस, एमकेपी और श्रीगुरु राम राय डिग्री कॉलेज में भी छात्रों की संख्या एक फीसद से पांच फीसद तक रही।
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डीएवी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अजय सक्सेना ने कहा कि मंगलवार सुबह से ही छूटे हुए क्लास रूम की सैनिटाइज (Sanitize) करवाए गए। मुख्य गेट को भी सैनिटाइज करवाया गया। डीबीएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीसी पांडे ने बताया कि वही छात्र कॉलेज में प्रवेश कर पाएंगे जो अपने अभिभावकों से सहमति या अनापत्ति पत्र कॉलेज में जमा करवाएंगे। एमकेपी कॉलेज की प्राचार्या डॉ. रेखा खरे ने बताया कि कॉलेज की लैब और कक्षों को सैनिटाइज करवा दिया गया है। पहले दिन केवल प्रथम सेमेस्टर की कुछ छात्राएं ही कॉलेज पहुंची। पहले दिन एक से दो प्रयोगात्मक कक्षाएं ही संचालित होंगी। श्रीगुरु राम राय पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. वीए बौड़ाई ने कहा कि जब तक छात्र अपने अभिभावकों से अनापत्ति पत्र कॉलेज में जमा नहीं करवाते तब तक उन्हें कॉलेज में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। आशा है कि एक सप्ताह बाद कॉलेज में छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी हो जाएगी।
पांच घंटे चलेंगी प्रैक्टिकल विषयों की कक्षाएं
एमकेपी पीजी कॉलेज में मंगलवार से हर रोज स्नातक व स्नातकोत्तर में पांच घंटे प्रैक्टिकल विषयों (Practical subjects) की कक्षाएं चलेंगी। सोमवार को कॉलेज की प्राचार्य डॉ. रेखा खरे की अगुआई में हुई शिक्षकों की बैठक में तय हुआ था कि कॉलेज प्रतिदिन सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर ढाई बजे तक संचालित होगा। जिन कक्षाओं में छात्राओं की संख्या अधिक है, वहां शारीरिक दूरी के नियम के पालन के लिए दो से तीन बैच बनाए जाएंगे। कोविड-19 गाइडलाइन का पालन कराने के लिए प्राचार्य ने पांच शिक्षकों की कमेटी गठित की है।